महिंद्रा की गाड़ियां खरीदने के लिए देने होंगे ज्यादा पैसे, कंपनी ने बढ़ाए दाम
ऑटो सेक्टर में आई इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स की कमी के कारण इस महीने कई कार कंपनियों ने अपने वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी की है। अब महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड ने भी अपनी सभी गाड़ियों की कीमतें बढ़ा दी हैं। कंपनी ने एक बयान जारी कर बताया कि 14 अप्रैल से महिंद्रा की सभी कारों की कीमतों में 2.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जा रही है। यह बढ़ोतरी गाड़ियों की एक्स-शोरूम कीमतों पर की गई है।
इन गाड़ियों की कीमतों में हुई बढ़ोतरी
महिंद्रा कंपनी भारत में कार और SUV सेगमेंट में कई गाड़ियों की बिक्री करती हैं। इनमें महिंद्रा XUV700, XUV300, बोलेरो, थार, स्कॉर्पियो, मराजो, अल्ट्रोस G4, KUV100 और वरीटो इलेक्ट्रिक जैसी गाड़ियां शामिल हैं। अब मॉडल के आधार पर इनकी कीमतों में 10,000 रुपये से लेकर 63,000 रुपये तक का इजाफा हुआ है। दाम में बढ़ोतरी का असर 14 अप्रैल से पड़ने लगा है। ऐसे में अगर आप महिंद्रा की कोई कार खरीद रहे हैं तो आपको ज्यादा पैसे देने पड़ेंगे।
कीमतों में बढ़ोतरी की वजह?
महिंद्रा ने अपनी कारों के दाम बढ़ाने के पीछे की वजह बीते कुछ समय में स्टील, अल्यूमिनियम और पैलेडियम समेत अन्य जरूरी कॉम्पोनेंट्स की कीमतों में आई बढ़ोतरी को बताया है। महिंद्रा का कहना है कि उसने ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में रखकर कम से कम कीमत बढ़ाई है। महिंद्रा के सेल्स और डीलर नेटवर्क पर नई प्राइस लिस्ट पहुंच चुकी है और इन्हें तत्काल प्रभाव से ही लागू किया जा रहा है।
भारत में वापसी कर सकती है XUV500
महिंद्रा ने XUV500 को नई XUV700 SUV से रिप्लेस किया है। हालांकि, XUV500 एक मिड-साइज़ SUV के रूप में वापसी करेगी। नया मॉडल लगभग 4.3 मीटर का होगा और इसे हुंडई क्रेटा और किआ सेल्टोस को टक्कर देने के लिए लॉन्च किया जाएगा। इसके लिए XUV300 के प्लेटफॉर्म के एक्सटेंडेड वर्जन का इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें 1.5-लीटर डीजल इंजन और 1.5-लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन का विकल्प भी मिलेगा, जो 163bhp तक की पावर जनरेट करने में सक्षम है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
बढ़ती लागत और वैश्विक सेमीकंडक्टर की कमी ने भारत में कई वाहन निर्माताओं को अपनी कारों की कीमतें बढ़ाने के लिए मजबूर किया है। इनमें टाटा, टोयोटा, मर्सिडीज-बेंज, टोयोटा और BMW जैसी कंपनियां शामिल हैं। इससे पहले जनवरी, 2022 में ये सभी कंपनियां अपने वाहनों के दाम बढ़ा चुकी हैं और इस तरह यह साल की दूसरी मूल्य-वृद्धि है। आने वाले समय में अगर कच्चे माल की कीमतों में कमी नहीं आई तो गाड़ियों के दाम फिर बढ़ सकते हैं।