कौन हैं WHO प्रमुख डॉक्टर टेड्रोस और इस समय वो चर्चा में क्यों हैं?
कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी के बीच एक शख्स लगातार सुर्खियों में है और इस शख्स का नाम है डॉक्टर टेड्रोस अधनोम गैब्रेयसस। डॉक्टर टेड्रोस अफ्रीका के पहले ऐसे व्यक्ति हैं जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख बने हैं। मई, 2017 में हुई वर्ल्ड हेल्थ असेंबली की 17वीं बैठक में उन्हें पांच साल के लिए संगठन का अध्यक्ष चुना गया था। वो संगठन के पहले ऐसे प्रमुख हैं, जो कई उम्मीदवारों के बीच से चुने गए थे।
टेड्रोस के कार्यकाल में दो बार लगी पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी
टेड्रोस ने संगठन में सुधार और ऐसी बीमारियों के खिलाफ लड़ाई तेज करने के वादे के साथ पदभार संभाला था, जो हर साल लाखों लोगों की जान लेती हैं। उनके कार्यकाल में दुनिया ने दो खतरनाक बीमारियां देखी हैं, जिन्हें पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया गया है। इनमें से एक इबोला और दूसरी कोरोना वायरस है। कोरोना प्रकोप के बीच बार उनका नाम सुर्खियों में आ रहा है और उन पर चीन का पक्ष लेने का आरोप लग रहा है।
यूनिवर्सल हेल्थकेयर को मौलिक मानवाधिकार मानते हैं टेड्रोस
55 वर्षीय ट्रेडोस का मानना है कि यूनिवर्सल हेल्थकेयर एक मौलिक मानवाधिकार के साथ-साथ एक अच्छी राजनीतिक रणनीति भी है। उन्होंने कहा, "ये लोगों को गरीबी से बाहर रखती है, अर्थव्यवस्था को मजबूत करती है, स्थानीय महामारियों को फैलने से रोकती है, दुनिया को बीमारी के अनियंत्रित प्रसार से बचाती है और कमजोर वर्गों को बेहतर सुविधा देकर नस्लीय, सामाजिक-आर्थिक और लैंगिक असमानताओं को कम करती है।" वो लगातार यूनिवर्सल हेल्थकेयर की वकालत करते रहते हैं।
टेड्रोस के लिए छोटे भाई की मौत रही बदल देने वाला अनुभव
बचपन में ही टेड्रोस के छोटे भाई की चार साल की उम्र में मौत हो गई थी। बड़े होने पर टेड्रोस को पता लगा कि उसकी मौत चेचक से हुई है। इसे अपने लिए बदल देने वाला अनुभव बताते हुए टेड्रोस ने एक इंटरव्यू में कहा, "मैं इस बात को नहीं मान पाता हूं। कोई बच्चा सिर्फ इसलिए किसी टाली जा सकने वाली बीमारी से नहीं मर सकता क्योंकि वह गलत जगह पैदा हुआ है।"
तानाशाह के खिलाफ लड़ाई में शामिल थे टेड्रोस
डॉक्टर टेड्रोस जवानी में टिगरे पीपल्स लिबरेशन फ्रंट (TPLF) से जुड़ गए थे, जिसने 1991 में इथोपिया के मार्क्सवादी तानाशाह मांगीत्सू हैले मरियम की सत्ता उखाड़ फेंकी थी। 2005 में टेड्रोस इथोपिया के स्वास्थ्य मंत्री बने।
स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए टेड्रोस ने किए ये सुधार
स्वास्थय मंत्री बनने से पहले टेड्रोस ने मलेरियोलॉजिस्ट के रूप में अपनी पहचान बना ली थी। इथोपिया के स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए महिला केंद्रित प्राथमिक स्वास्थ्य व्यवस्था बनाने के लिए उनकी तारीफ की जाती है। उन्होंने देशभर में 38,000 से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों को तैनात कर स्वास्थ्य सेवाओं की खामियां दूर कर उन्हें बेहतर बनाने का प्रयास किया। अपने कार्यकाल के दौरान वो 2000 की तुलना में मातृ और शिशु मृत्यु दर 60 फीसदी तक कम करने में कामयाब हुए।
टेड्रोस के कार्यकाल के दौरान पत्रकारों पर दबाव बनाने का आरोप
2005-2012 तक वो इथोपिया के स्वास्थ्य मंत्री रहे। इसके बाद चार साल के लिए यानी 2016 तक वो देश के विदेश मंत्री रहे। हालांकि, उनका कार्यकाल विवादों से परे नहीं रहा। स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए उन पर हैजा के मामलों की रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों पर दबाव बनाने के आरोप भी लगे। 2017 में जब वो WHO प्रमुख बनने के लिए अभियान चला रहे थे, उस समय भी इन आरोपों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा।
कम्युनिटी हेल्थ में Phd होल्डर हैं टेड्रोस
अस्मारा में जन्मे टेड्रोस ने लंदन यूनिवर्सिटी से इम्युनोलॉजी ऑफ इंफेक्शियस डिसीज में मास्टर्स और नॉटिंघम यूनिवर्सिटी से कम्युनिटी हेल्थ में Phd की है। उन्हें ऐसे स्वास्थ्य विशेषज्ञ और राजनयिक के रूप में जाना जाता है, जिन्हें महामारियों से निपटने में नेतृत्व का अनुभव है।
कोरोना संकट के बीच चर्चा में हैं टेड्रोस
कोरोना वायरस संकट के बीच टेड्रोस और विश्व स्वास्थ्य संगठन कई देशों के निशाने पर है। कुछ लोगों का कहना है कि संगठन और टेड्रोस इस खतरनाक वायरस को फैलने से रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा पाए तो कुछ का कहना है कि संगठन ने समय रहते हुए दुनिया को इसके बारे में चेता दिया था। अब टेड्रोस और उनके नेतृत्व वाले विश्व स्वास्थ्य संगठन की सफलता कोरोना संकट के खत्म होने के बाद ही आंकी जा सकेगी।