NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / दुनिया की खबरें / नेपाल: कम्युनिस्ट पार्टी में रार के बीच प्रधानमंत्री ओली ने की संसद भंग करने की सिफारिश
    अगली खबर
    नेपाल: कम्युनिस्ट पार्टी में रार के बीच प्रधानमंत्री ओली ने की संसद भंग करने की सिफारिश

    नेपाल: कम्युनिस्ट पार्टी में रार के बीच प्रधानमंत्री ओली ने की संसद भंग करने की सिफारिश

    लेखन मुकुल तोमर
    Dec 20, 2020
    01:28 pm

    क्या है खबर?

    सियासी संकट से जूझ रहे नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने देश की संसद को भंग करने की सिफारिश की है। आज सुबह कैबिनेट की एक आपातकालीन बैठक में ये सिफारिश भेजने को फैसला लिया गया और इसे राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी के पास भेज दिया गया है।

    ओली की तरफ से ये सिफारिश ऐसे समय पर की गई है जब वह एक अध्यादेश को लेकर देश की राजनीति में घिरे हुए हैं।

    पृष्ठभूमि

    क्या है अध्यादेश का पूरा मामला?

    प्रधानमंत्री ओली संवैधानिक परिषद अधिनियम में संशोधन करने वाला एक अध्यादेश लेकर आए है, जिसे राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद मंगलवार को जारी कर दिया गया था। इस अध्यादेश में प्रधानमंत्री को कोरम पूर्ण किए बिना तीन सदस्यों की मौजूदगी में ही बैठक करने और निर्णय लेने का अधिकार दिया गया है।

    देश की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने इस अध्यादेश का जमकर विरोध किया था और ओली पर इसे वापस लेने का दबाव बन रहा था।

    बैठक

    आज बुलाई बैठक में थी अध्यादेश वापस लिए जाने की उम्मीद, उल्टा निकला मामला

    इस दबाव के बीच जब आज सुबह ओली ने कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई तो सबको लगा कि इसमें वह अध्यादेश को वापस लेने या इसमें बदलाव करने पर फैसला ले सकते हैं।लेकिन उन्होंने इसके उलट संसद को भंग करने की सिफारिश ही कर दी।

    कम्युनिस्ट पार्टी के ज्यादातर नेताओं ने ओली के इस कदम की आलोचना की है और इसे अलोकतांत्रिक और देश को पीछे ले जाने वाला कदम बताया है।

    बयान

    पूर्व प्रधानमंत्री बोले- संसद भंग करने की सिफारिश संविधान के खिलाफ

    कम्युनिस्ट पार्टी के प्रवक्ता नारायणजी श्रेष्ठ ने मामले पर बयान जारी करते हुए कहा, "यह जल्दबाजी में लिया गया निर्णय है क्योंकि आज सुबह कैबिनेट की बैठक में सभी मंत्री उपस्थित नहीं थे। यह लोकतांत्रिक मानदंडों के खिलाफ है और राष्ट्र को पीछे ले जाएगा। इसे लागू नहीं किया जा सकता।"

    वहीं पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल ने कहा है कि संसद भंग करने की सिफारिश संविधान के खिलाफ है और इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।

    जानकारी

    अब आगे क्या?

    अगर राष्ट्रपति कैबिनेट की संसद भंग करने की सिफारिश मान लेते हैं तो इससे नेपाल में अगले आम चुनाव का रास्ता खुल सकता है। हालांकि ओली के खुद अल्पमत में होने के कारण इस मुद्दे का कानूनी पक्ष अभी बहुत स्पष्ट नहीं है।

    आंतरिक झगड़ा

    दो धड़ों में बंटी हुई है कम्युनिस्ट पार्टी

    बता दें कि नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी पिछले काफी समय से दो धड़ों में बंटी हुई है और ओली और वरिष्ठ नेता पुष्प कमल दहल प्रचंड के बीच तनाव चल रहा है।

    दोनों के बीच इस तनाव को कम करने के लिए बातचीत भी हुई है, लेकिन इसका खास असर नहीं पड़ा है।

    कम्युनिस्ट पार्टी कई बार ओली के बहुमत खोने की बात कह चुकी है और उन पर प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने का दबाव है।

    अन्य आरोप

    ओली पर राजतंत्रवादियों का समर्थन करने का भी आरोप

    ओली पर राजतंत्रवादियों का खुला समर्थन करने के आरोप भी लगते रहे हैं। देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस का आरोप है कि ओली राजशाही के समर्थन में देश के विभिन्न हिस्सों में हो रही रैलियों का मौन समर्थन कर रहे हैं।

    इन रैलियों में नेपाल में संवैधानिक लोकतंत्र बहाल करने और उसे फिर से हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग की जा रही है। 2006 में राजशाही खत्म होने के बाद नेपाल 2008 में धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बना था।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    नेपाल
    संसद

    ताज़ा खबरें

    व्हाट्सऐप में AI से कैसे बनाएं प्रोफाइल या ग्रुप तस्वीर? यह है आसान तरीका  व्हाट्सऐप
    अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद गिरफ्तार, कर्नल सोफिया पर उठाए थे सवाल ऑपरेशन सिंदूर
    व्हाइट हाउस ने 2 'जिहादियों' को बनाया सलाहकार; एक आतंकी प्रशिक्षण ले चुका, जेल भी गया व्हाइट हाउस
    टाटा हैरियर EV 3 जून को होगी लॉन्च, जानिए क्या मिलने की है उम्मीद  टाटा मोटर्स

    नेपाल

    ICC ने जिम्बाब्वे और नेपाल को फिर बनाया सदस्य, महिला क्रिकेट को भी दिया बड़ा तोहफा इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल
    फिर से मापी जाएगी माउंट एवरेस्ट की ऊँचाई, नेपाल और चीन हुए सहमत चीन समाचार
    अनोखी परंपरा: इस देश में कुत्तों की पूजा करके अनोखे तरह से मनाई जाती है दिवाली दिवाली
    भारत में भाई दूज क्यों मनाया जाता है? जानिए इसकी धार्मिक वजह भारत की खबरें

    संसद

    संसद में प्रधानमंत्री मोदी ने की राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन की घोषणा नरेंद्र मोदी
    भाजपा के तीन और कांग्रेस के एक सांसद ने तैयार किए बेरोजगारी भत्ते पर अपने-अपने बिल भारत की खबरें
    कश्मीर पर पाकिस्तान की भाषा बोला तुर्की, भारत ने कहा- आंतरिक मामलों में दखल न दें भारत की खबरें
    संसद भवन: बूम बैरियर से टकराई सांसद की कार तो सुरक्षाकर्मियों ने तान दी बंदूके दिल्ली
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025