अनोखी परंपरा: इस देश में कुत्तों की पूजा करके अनोखे तरह से मनाई जाती है दिवाली
क्या है खबर?
हिंदू मान्यता के अनुसार, दिवाली के दिन भगवान राम अयोध्या लौटे थे, उसी ख़ुशी में दिवाली मनाई जाती है।
इस दिन धन की देवी लक्ष्मी की पूजा भी की जाती है।
दिवाली का त्योहार पूरे भारत में समान रूप से मनाया जाता है। इसके अलावा दुनिया के कई अन्य देशों में भी दिवाली मनाई जाती है।
लेकिन आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे हैं, जहाँ दिवाली पर कुत्तों की पूजा की जाती है।
दिवाली
नेपाल में मनाई जाती है अनोखे तरह से दिवाली
दरअसल, हम जिस देश की बात कर रहे हैं, वह भारत का पड़ोसी देश नेपाल है।
वहाँ दिवाली के दिन लक्ष्मी-गणेश की नहीं बल्कि कुत्तों की पूजा करते हैं।
जानकारी के अनुसार, दिवाली पर लोग नए कपड़े पहनते हैं, दीप जलाते हैं और ख़ुशियाँ बाँटते हैं।
लेकिन इसके अगले ही दिन एक और दिवाली मनाई जाती है। इस दिवाली को कुकुर तिहार कहा जाता है। इस दिन कुत्तों की पूजा की जाती है।
परंपरा
कुकुर तिहार पर की जाती है कुत्तों की पूजा
सबसे ख़ास बात यह है कि यह दिवाली यहीं ख़त्म नहीं होती है, बल्कि पाँच दिनों तक चलती रहती है।
इस दौरान लोग अलग-अलग जानवरों जैसे गाय, कुत्ता, कौआ और बैल की पूजा करते हैं।
कुकुर तिहार पर कुत्तों को सम्मानित किया जाता है, उनकी पूजा की जाती है, उन्हें फूलों की माला पहनाई जाती है और तिलक भी लगाया जाता है।
इसके अलावा इस दिन कुत्तों के लिए ख़ास पकवान भी बनाए जाते हैं।
कारण
इस वजह से की जाती है कुत्तों की पूजा
कुकुर तिहार पर कुत्तों को दही का सेवन कराया जाता है। खाने के लिए अंडे और दूध दिए जाते हैं।
अब आप सोच रहे होंगे कि जहाँ भारत में लोग सुख-समृद्धि के लिए दिवाली के दिन लक्ष्मी-गणेश की पूजा करते हैं, वहीं नेपाल में कुत्तों की पूजा क्यों होती है?
बता दें कि नेपाली लोगों के अनुसार, वो ऐसा इसलिए करते हैं, क्योंकि उनकी कामना होती है कि कुत्ते हमेशा उनके साथ बने रहें। कुत्ता सबसे वफ़ादार जानवर होता है।
मान्यता
कुकुर तिहार मनाकर लोग जानवरों के प्रति ज़ाहिर करते हैं अपना प्रेमभाव
इसके अलवा कुकुर तिहार में यक़ीन रखने वाले लोग कुत्ते को यम देवता का संदेशवाहक भी मानते हैं।
नेपाल के लोग ऐसा भी मानते हैं कि कुत्ते मरने के बाद भी अपने मालिक की रक्षा करते हैं। यही वजह है कि नेपाल में दिवाली के दिन कुत्तों की पूजा होती है।
जहाँ एक तरफ पूरे विश्व में जानवरों के ख़िलाफ़ क्रूरता होती है, वहीं नेपाल में कुकुर तिहार मनाकर लोग जानवरों के प्रति अपना प्रेमभाव ज़ाहिर करते हैं।