मध्य-पूर्व में तनाव: हिजबुल्लाह ने इजरायल पर दागे रॉकेट, अमेरिका ने भी बढ़ाई तैनाती
हमास की राजनीतिक विंग के मुखिया इस्माइल हानिया की हत्या के बाद मध्य-पूर्व में तनाव बढ़ता जा रहा है। 3 अगस्त की शाम ईरान समर्थित संगठन हिजबुल्लाह ने लेबनान से इजरायल पर करीब 50 रॉकेट दागे हैं। हालांकि, अभी तक हमले में किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। हिजबुल्लाह ने कहा कि उसने नागरिकों पर हुए हमले के बाद बदले की कार्रवाई के तहत बेत हिलेल में ये हमला किया है।
आयरन डोम ने मार गिराए सभी रॉकेट
इजरायल ने कहा कि उसके आयरन डोम ने हिजबुल्लाह द्वारा दागे गए ज्यादातर रॉकेट को मार गिराया है। इजरायली अधिकारियों ने कहा कि बेत हिलेल के पास कुछ जगहों पर असर देखा गया है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, क्षेत्र में आग लगने की सूचना मिली है। बता दें कि 2 दिन पहले इजरायल ने लेबनान में केफर केला और डेर सिरियान में हवाई हमला किया था। हिजबुल्लाह ने इसी हमले के जवाब में रॉकेट दागे हैं।
हमले पर हिजबुल्लाह ने क्या कहा?
एक बयान में हिजबुल्लाह ने कहा, "गाजा पट्टी में हमारे दृढ़ फिलिस्तीनी लोगों के समर्थन में और दक्षिणी गांवों और सुरक्षित घरों पर इजरायली हमलों के जवाब में, विशेष रूप से केफर किला और डेयर सिरयान के गांवों को निशाना बनाकर किए गए हमलों और घायल नागरिकों के जवाब में इस्लामिक प्रतिरोध ने बेत हिलेल की नई बस्ती पर हमला किया और पहली बार दर्जनों कत्यूषा रॉकेटों से उस पर बमबारी की।"
अमेरिका ने क्षेत्र में सैन्य तैनाती बढ़ाई
अमेरिका ने कहा कि वह बढ़ते तनाव के बीच अपने कर्मियों की सुरक्षा और यहूदी राष्ट्र की रक्षा के लिए मध्य पूर्व में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ा रहा है। अमेरिका ने बताया कि वह USS अब्राहम लिंकन के नेतृत्व में एक विमानवाहक स्ट्राइक ग्रुप, अतिरिक्त बैलिस्टिक मिसाइल सक्षम क्रूजर, विध्वंसक पोत और एक नया लड़ाकू स्क्वाड्रन मध्य-पूर्व में तैनात करेगा। अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने इजरायली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट के साथ बातचीत भी की है।
अमेरिका ने नागरिकों से तुरंत लेबनान छोड़ने को कहा
बेरूत में अमेरिकी दूतावास ने अपने लोगों से 'किसी भी उपलब्ध टिकट' पर तुरंत लेबनान छोड़ने को कहा है। यह सलाह ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी द्वारा चेतावनी दिए जाने के बाद आई है कि क्षेत्रीय स्थिति तेजी से बिगड़ सकती है। अमेरिका के अलावा ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, जॉर्डन, कनाडा और भारत सहित कई देशों ने अपने नागरिकों को जल्द से जल्द लेबनान छोड़ने के लिए इसी तरह की सलाह जारी की है।
इस्माइल हानिया की हत्या के बाद तनाव
30 जुलाई को ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान का शपथ ग्रहण समारोह था। इसमें शामिल होने के लिए हानिया तेहरान गए थे। यहीं पर हानिया की हत्या कर दी गई, जिसके बाद ईरान-इजरायल के बीच युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। हालांकि, इजरायल ने हानिया की हत्या की बात नहीं स्वीकारी है, लेकिन ईरान ने इसका आरोप इजरायल पर लगाया है। ईरान ने कहा कि हानिया की हत्या का बदला लिया जाएगा।