कम से कम एक साल तक सुरक्षा प्रदान करती है कोविड वैक्सीन- WHO प्रमुख वैज्ञानिक
क्या है खबर?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की प्रमुख वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने सोमवार को कहा कि कोविड वैक्सीन कम से कम एक साल के लिए संक्रमण से प्रभावी सुरक्षा प्रदान करती है।
उन्होंने वैक्सीनेशन के कारण कोविड के मामलों और मौतों के बीच संबंध टूटने की बात भी कही और कहा कि कई इलाकों में मामले में वृद्धि आने के बावजूद मौतों में खास इजाफा नहीं हुआ है।
उन्होंने वैक्सीन से मिलने वाली इम्युनिटी को प्राकृतिक इम्युनिटी से बेहतर बताया।
इंटरव्यू
एंटीबॉडीज का स्तर गिरने पर भी प्रभावी रहेंगी वैक्सीन- डॉ स्वामीनाथन
CNBC-TV18 के साथ खास इंटरव्यू में डॉ स्वामीनाथन ने कहा, "नए सबूत जो सामने आ रहे हैंं, वे संकेत देते हैं कि वैक्सीन से मिलने वाली इम्युनिटी लंबे समय तक रहेगी, भले ही खून में एंटीबॉडीज का स्तर गिर जाए।"
उन्होंने कहा कि ज्यादातर स्वस्थ वयस्कों के लिए वैक्सीनेशन की दो खुराकें कम से कम एक साल के लिए बेहद प्रभावी होनी चाहिए, संभवतः इससे ज्यादा समय के लिए भी।"
फायदा
"अधिक खतरे वाले लोगों के वैक्सीनेशने के कारण मामलों और मौतों का संबंध टूटा"
डॉ स्वामीनाथन ने कहा कि वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के मामलों में अपेक्षित वृद्धि हुई है, लेकिन अधिक खतरे वाले लोगों के वैक्सीनेशन के कारण मामलों और मौतों में संबंध टूट गया है।
उन्होंने कहा, "पश्चिमी यूरोप के कई देशों में संक्रमण में इजाफा हो रहा है, कुछ कारणों से अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या में भी इजाफा हुआ है, लेकिन मौतों में खास वृद्धि नहीं हुई है... क्योंकि अधिक खतरे वाले ज्यादातर लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है।"
प्राकृतिक इम्युनिटी
लोगों में अलग-अलग होती है प्राकृतिक इम्युनिटी- डॉ स्वामीनाथन
डॉ स्वामीनाथन ने आगे कहा कि वैक्सीनेशन से मिलने वाली इम्युनिटी पर विश्वभर से प्रोत्साहित करने वाले सबूत सामने आ रहे हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि वैक्सीनेशन बेहद महत्वपूर्ण है और संक्रमण के बाद मिलने वाली प्राकृतिक इम्युनिटी अलग-अलग होती है।
उन्होंने कहा, "कुछ लोगों में यह मजबूत होती है और लंबे समय तक चलती है। बाकियों में ये उतनी मजबूत नहीं होती। लगभग 10-20 प्रतिशत लोगों में तो संक्रमण के बाद एंटीबॉडीज ही नहीं मिलतीं।"
कोरोना महामारी
दुनियाभर में क्या है कोरोना वायरस महामारी की स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, दुनियाभर में अब तक लगभग 25.38 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 51.07 लाख लोगों की मौत हुई है।
सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में 4.72 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और 7.64 लाख लोगों की मौत हुई है। 3.45 करोड़ संक्रमितों और 4.64 लाख मौतों के साथ भारत दूसरे स्थान पर है।
तीसरे सबसे अधिक प्रभावित देश ब्राजील में 2.20 करोड़ संक्रमितों में से 6.11 लाख मरीजों की मौत हुई है।