कई देशों में फैल रहा ओमिक्रॉन का BA.2 सब-वेरिएंट, इसके बारे में क्या-क्या पता है?
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी के समाप्त होने की उम्मीदों के बीच कई देशों में एक बार फिर से दैनिक मामले बढ़ने लगे हैं। इनमें से अधिकांश देश ऐसे हैं जो अभी तक महामारी को काबू में रखने में कामयाब रहे थे।
महामारी से बुरी तरह प्रभावित होने वाले कुछ देशों में भी ओमिक्रॉन वेरिएंट का BA.2 सब-वेरिएंट अपने पैर पसार रहा है।
इस वेरिएंट के बारे में हमें अभी तक क्या-क्या पता है, आइए जानते हैं।
अंतर
BA.2 और ओमिक्रॉन के मूल वेरिएंट में क्या अंतर है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, स्पाइक प्रोटीन में अमीनो एसिड समेत कई तरह की जेनेटिक बनावट (40 म्यूटेशन) में BA.2 सब-वेरिएंट ओमिक्रॉन के मूल BA.1 सब-वेरिएंट से अलग है।
स्टडीज में BA.2 को BA.1 से अधिक संक्रामक भी पाया गया है। इसका कारण समझने के लिए अभी स्टडी चल रही हैं।
राहत की बात ये है कि BA.2 मूल ओमिक्रॉन वेरिएंट से अधिक घातक नहीं है, इसलिए इससे महामारी की दिशा पर खास प्रभाव नहीं पड़ा है।
अधिक संक्रामक
कितना अधिक संक्रामक है BA.2?
अमेरिका के शीर्ष महामारी विशेषज्ञ डॉ एंथनी फाउची के अनुसार, BA.2 ओमिक्रॉन के मूल वेरिएंट से 60 प्रतिशत अधिक संक्रामक है।
हालांकि अन्य कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि BA.2 ओमिक्रॉन के मूल वेरिएंट से मात्र 30 प्रतिशथ अधिक संक्रामक है।
यूनाइटेड किंगडम (UK) में 8,500 परिवारों पर की गई स्टडी में सामने आया था कि BA.2 से संक्रमित लोगों ने वायरस को औसतन 39 प्रतिशत परिजनों तक पहुंचाया, जबकि मूल वेरिएंट के लिए यह आकंड़ा 29 प्रतिशत रहा।
चिंताजनक बात
BA.2 के बारे में सबसे चिंताजनक बात क्या है?
ओमिक्रॉन के BA.2 सब-वेरिएंट को कभी-कभी 'स्टेल्थ ओमिक्रॉन' भी कहा जाता है क्योंकि इसे पकड़ना अन्य वेरिएंट्स के मुकाबले कठिन होता है।
दरअसल, BA.2 सब-वेरिएंट RT-PCR टेस्ट को कुछ हद तक मात देने में कामयाब रहता है। RT-PCR सबसे अधिक सटीक टेस्ट है और अधिकांश समय कोरोना वायरस को पकड़ने में कामयाब रहता है।
वेरिएंट में हुए बदलाव के कारण ऐसा हुआ है और इसलिए इसके प्रसार का वास्तविक अंदाजा लगाना कठिन है।
जानकारी
वैक्सीनें BA.2 सब-वेरिएंट के खिलाफ कितनी कारगर?
डॉ फाउची के अनुसार, कोविड वैक्सीनें BA.2 सब-वेरिएंट के खिलाफ भी कारगर हैं। वैक्सीन की दो खुराकें संक्रमण को तो नहीं रोक पाती, लेकिन गंभीर बीमारी से जरूर बचाती हैं। वहीं बूस्टर खुराक तो संक्रमण के खतरे को भी कम कर देती है।
प्रसार
किस-किस देश में फैल रहा BA.2?
यूं तो BA.2 सब-वेरिएंट भारत समेत अधिकांश देशों में पहुंच चुका है, लेकिन कुछ देशों में इसका प्रसार बढ़ रहा है।
अमेरिका में 50 से 70 प्रतिशत नए मामलों इसी वेरिएंट के हैं, वहीं पश्चिमी यूरोप के कई देशों में भी इसके कारण मामलों में उछाल देखने को मिला है।
चीन और दक्षिण कोरिया समेत एशिया के जिन देशों में हालिया समय में मामले बढ़े हैं, वहां भी ओमिक्रॉन और BA.2 इसका मुख्य कारण है।