Page Loader
बांग्लादेश हिंसा: उपद्रवियों ने BTV के दफ्तर में आग लगाई, अब तक 39 की मौत
बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों ने BTV के दफ्तर में आग लगाई (तस्वीर: एक्स/@Huk06)

बांग्लादेश हिंसा: उपद्रवियों ने BTV के दफ्तर में आग लगाई, अब तक 39 की मौत

लेखन गजेंद्र
Jul 19, 2024
10:59 am

क्या है खबर?

बांग्लादेश में आरक्षण के विरोध में छात्रों का प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को उपद्रवियों ने ढाका स्थित सरकारी चैनल BTV के दफ्तर में आग लगा दी। इस दौरान कई कर्मचारी भवन में फंस गए। खबरों के मुताबिक, किसी तरह कर्मचारियों को बाहर निकाला गया। प्रदर्शनकारियों की नाराजगी उस समय बढ़ गई, जब प्रधानमंत्री शेख हसीना ने राष्ट्र के नाम संबोधिन दिया। हिंसा में अब तक 39 लोगों के मारे जाने की खबर है और सैकड़ों घायल हैं।

हिंसा 

इंटरनेट बंद, सड़कों पर पसरा सन्नाटा

प्रधानमंत्री हसीना ने BTV पर लोगों से शांति बनाने की अपील की थी। लोगों को उम्मीद थी कि हसीना कुछ महत्वपूर्ण घोषणा करेंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जिससे लोग और भड़क गए। गुरुवार को प्रदर्शनकारियों ने कई पुलिस चौकियों, वाहनों और प्रतिष्ठानों में भी आग लगा दी। छात्रों ने अवामी लीग अधिकारियों पर भी हमला किया। पुलिस का कहना है कि गुरुवार की हिंसा के बाद शुक्रवार को ढाका की सड़कों पर सन्नाटा है। फिलहाल BTV पर प्रसारण बंद है।

सलाह

भारत सरकार ने भारतीयों को घर में रहने की सलाह दी

हिंसा को देखते हुए भारत सरकार ने बांग्लादेश में रहने वाले भारतीयों के लिए गुरुवार को सलाह जारी की थी। राजधानी ढाका में भारतीय उच्चायोग ने परामर्श जारी कर भारतीय समुदाय और छात्रों से कहा कि वे यात्रा को रद्द करें और घर पर ही रहें। उच्चायोग ने लोगों को घरों से बाहर न निकलने की भी सलाह दी, साथ ही मदद के लिए कई नंबर भी जारी किए, जिस पर छात्र और अन्य संपर्क कर सकते हैं।

विवाद

क्यों भड़की है बांग्लादेश में हिंसा

बांग्लादेश में 1971 के 'मुक्ति युद्ध' में लड़े स्वतंत्रता सेनानियों के बच्चों को नौकरी में 30 प्रतिशत आरक्षण मिलता है। देश के युवा इसे खत्म करने की मांग करते रहे हैं। व्यापक विरोध के बाद 2018 में प्रधानमंत्री हसीना ने नए आरक्षण नियम लागू कर इसे खत्म कर दिया था। हालांकि, 5 जून को ढाका हाई कोर्ट ने इसे दोबारा लागू करने का आदेश दिया, जिसके बाद प्रदर्शन शुरू हो गए। प्रदर्शनकारी आरक्षण खत्म करने की मांग पर अड़े हैं।

ट्विटर पोस्ट

बांग्लादेश में हिंसा