असम: अलकायदा से कनेक्शन सामने आने के बाद तोड़ा गया मदरसा, बुलडोजर चला
क्या है खबर?
आतंकी संगठन अलकायदा से संबंध सामने आने के बाद असम के बंगाईगांव में आज एक मदरसे को तोड़ दिया गया। मदरसे को बुलडोजर की मदद से गिराया गया।
कार्रवाई का जानकारी मिलने पर मदरसा प्रशासन ने रात को ही स्थानीय लोगों की मदद से परिसर को खाली कर दिया था और छात्रों को एक दूसरे संस्थान भेज दिया गया।
ये असम का कुल तीसरा ऐसा मदरसा है जिसे आतंकी कनेक्शन के कारण तोड़ा गया है।
सर्च ऑपरेशन
कल ही पुलिस ने की थी मदरसे में छानबीन
बंगाईगांव के पुलिस अधीक्षक (SP) स्वप्निल देका ने समाचार एजेंसी ANI से बाते करते हुए बताया, "कल गोलपाड़ा पुलिस ने अलकायदा से संबंधित एक गिरफ्तार व्यक्ति के साथ मदरसे में सर्च ऑपरेशन चलाया था।" इसी सर्च ऑपरेशन के बाद ये कार्रवाई की गई है।
SP के अनुसार, जिला प्रशासन ने अपने आदेश में कहा कि मदरसा संरचनात्मक रूप से कमजोर और मानव निवास के लिए असुरक्षित है क्योंकि इसे APWD/IS के मानदंडों के अनुसार नहीं बनाया गया।
जानकारी
छानबीन के दौरान मदरसे में मिले थे विवादित दस्तावेज- रिपोर्ट
जिल मदरसे को तोड़ा गया है, वह बंगाईगांव के कबैतरी पार्ट- IV गांव में स्थित है और इसका नाम मरकजुल मा-आरिफ क्वारियाना है। अमर उजाला के पुलिस सूत्रों के अनुसार, छानबीन के दौरान मदरसे से प्रतिबंधित कट्टरपंथी समूहों से संबधित दस्तावेज मिले थे।
पृष्ठभूमि
युवाओं को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं अलकायदा से संबंधित आतंकी
बता दें कि पिछले छह महीने में असम में बांग्लादेश के आतंकी संगठन अंसार अल-इस्लाम से संबंधित पांच मॉड्यूल का भंडाफोड़ हो चुका है।
इस आतंकी संगठन का अलकायदा से कनेक्शन है और इसके छह आतंकी युवाओं को बरगलाने के लिए अवैध तरीके से असम में दाखिल हुए थे। इन आतंकियों ने कोविड-19 महामारी के दौरान कैंप भी लगाए।
मार्च में बारपेटा में हुए पहले मॉड्यूल के भंडाफोड़ में इनमें से एक आतंकी को गिरफ्तार किया जा चुका है।
आरोप
आतंकी कनेक्शन वाले बाहरी इमामों पर मदरसों में युवाओं को बरगलाने का आरोप
राज्य में बाहरी इमामों पर खास तौर पर नजर रखी जा रही है और उन पर मदरसों में युवाओं को बरगलाने का आरोप है। इस पूरे मामले में आतंकी कनेक्शन वाले इन इमामों और मदरसा शिक्षकों समेत कुल 37 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
आतंकी कनेक्शन के लिए तीन मदरसों को भी गिराया गया है। सोमवार को ही बारपेटा में अंसार अल-इस्लाम के आतंकियों को चार साल तक पनाह देने के लिए एक मदरसे को तोड़ा गया था।
बयान
जिहादी गतिविधियों का केंद्र बनता जा रहा है असम- मुख्यमंत्री
इस पूरे मामले पर असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा भी बयान जारी कर चुके हैं और उन्होंने कहा था कि असम जिहादी गतिविधियों का केंद्र बनता जा रहा है।
उन्होंने कहा था कि जिस तरह से बाहर से आए इमाम असम के मुस्लिम युवाओं को बरगला रहे हैं, वह चिंताजनक है।
उन्होंने नागरिकों और बच्चों के माता-पिता से निजी मदरसों में पढ़ाए जा रहे विषयों पर नजर रखने की अपील भी की थी।
असम में घुसपैठ
न्यूजबाइट्स प्लस
असम में बांग्लादेश की तरफ से घुसपैठ एक बड़ी समस्या है और सैकड़ों बांग्लादेशी अवैध रूप से बांग्लादेश से असम में दाखिल होते हैं।
राज्य की राजनीति में यह एक बड़ा मुद्दा है। हालांकि अभी तक यह भाषा से जुड़ा मुद्दा रहा है और असमी बोलने वाले असम के मूल निवासियों को डर है कि वह बांग्ला बोलने वाले लोगों के मुकाबले अल्पसंख्यक हो जाएंगे।
हालिया समय में इस पर सांप्रदायिक राजनीतिक भी होने लगी है।