बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शन; लाखों लोग सड़कों पर उतरे, मुख्य विपक्षी नेता हिरासत में
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन उग्र होता जा रहा है। 28 अक्टूबर को हिंसा भड़कने के एक दिन बाद अब मुख्य विपक्षी पार्टी बांग्लादेश नेशनल पार्टी (BNP) के नेता मिर्जा फखरुल इस्लाम को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस ने मिर्जा को आज सुबह करीब 9:.30 बजे ढाका स्थित उनके घर से हिरासत में लिया है। मिर्जा खालिदा जिया के नेतृत्व वाली BNP में महासचिव हैं।
रैली में 200 लोग जख्मी, पुलिसकर्मी की मौत
बांग्लादेश में शनिवार को विपक्ष और सत्ता पक्ष ने अलग-अलग रैली का आह्वान किया था। इस बीच टकराव बढ़ा और हिंसा फैल गई, जिसमें 200 प्रदर्शनकारी घायल हो गए और एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। प्रदर्शनकारियों ने 13 गाड़ियों और एक पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच कई जगहों पर हिंसक झड़प भी हुई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले और रबर गोली भी दागी।
हिंसा में 41 पुलिसकर्मी घायल
ढाका मेट्रोपोलिटन पुलिस के प्रवक्ता फारूक हुसैन ने कहा, "BNP कार्यकर्ताओं ने किसी धारदार वस्तु से हमला कर एक पुलिस कांस्टेबल की हत्या कर दी है। झड़प में 41 पुलिसकर्मी घायल हए हैं। 39 पुलिसकर्मियों का राजरबाग सेंट्रल पुलिस हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है।" हिंसा ज्यादा भड़कने पर सरकार ने अर्धसैनिक बलों को भी तैनात किया है। पुलिस अब संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
बांग्लादेश में क्यों हो रहे हैं सत्ता विरोधी प्रदर्शन?
बांग्लादेश में अगले साल आम चुनाव होना है। विपक्ष का कहना है कि चुनावों को निष्पक्ष तरीके से करवाने के लिए शेख हसीना को अपने पद से इस्तीफा देना होगा और एक कार्यवाहक सरकार को गठन जरूरी है। BNP ने ये मांग की है, जिसकी अगुवाई पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया कर रही हैं। दरअसल, हसीना 2009 से बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हैं। विपक्ष उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार में शामिल होने और मानवाधिकारों के दुरुपयोग के आरोप लगा रहा है।
प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर साधा निशाना
पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ आज BNP ने राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। BNP ने कहा कि वो प्रधानमंत्री के इस्तीफे और कार्यवाहक सरकार के गठन की मांग पर कायम है। इसके जवाब में आवामी लीग ने भी शांति रैलियां निकालने का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री हसीना ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, "आपकी धौंसबाजी से आवामी लीग नहीं डरती है।" उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष सरकार के एजेंडे को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहा है।
न्यूजबाइट्स प्लस
28 सितंबर, 1947 को जन्मीं हसीना बांग्लादेश के संस्थापक नेता शेख मुजीबुर्रहमान की बेटी हैं। हसीना बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान जेल में भी रही हैं। मुजीबुर्रहमान की हत्या के बाद से ही हसीना अवामी लीग का नेतृत्व कर रही हैं। वे 1996 से 2001 और 2009 से अभी तक बांग्लादेश के प्रधानमंत्री का जिम्मा संभाल रही हैं। 2018 में हसीना को टाइम्स मैग्जीन ने 100 प्रभावशाली शख्सियतों की सूची में जगह दी थी।