इटली: इस शहर में 3 महीनों में 2,500 बार आए भूकंप के झटके, लोग सहमे
हाल ही में भारत समेत अन्य देशों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। यह प्राकृतिक आपदा अलग-अलग हिस्सों में समय-समय पर आती रहती है, जिसके कारण भी नुकसान होता है। इटली के एक शहर में तो पिछले कुछ महीनों से लगातार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। यहां पिछले 3 महीनों से करीब 2,500 बार भूकंप आ चुका है, जिसकी वजह से लोग काफी डरे और सहमे हुए हैं।
सितंबर में महसूस किया गया सबसे तेज झटका
जानकारी के मुताबिक, इटली के पॉज्जुओली शहर में इस साल अगस्त से 2,500 से ज्यादा भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। यहां केवल सितंबर में 1,000 से ज्यादा भूकंप आए, जिनमें से ज्यादातर छोटे और कम प्रभाव वाले थे। हालांकि, 27 सितंबर को 4.2 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया था, जो 40 सालों में ज्वालामुखी क्षेत्र को हिला देने वाला सबसे तेज झटका था। इस झटके ने विशेषज्ञों के बीच चिंता की स्थिति पैदा कर दी है।
विशेषज्ञों को है ज्वालामुखी फटने की आशंका
जानकारी के मुताबिक, विशेषज्ञ चिंतित हैं क्योंकि इससे शहर का ज्वालामुखी 1980 के दशक की शुरुआत के बाद अब फिर से फट सकता है। इस स्थिति को भूकंपीय संकट कहते हैं। फिलहाल राहत की बात है कि उस झटके से बड़ा नुकसान नहीं हुआ था।
लोगों में है डर का माहौल
पॉज्जुओली में लगातार भूकंप आने की वजह से यहां की स्थिति काफी खराब हो गई है। लोगों के बीच डर का माहौल बना हुआ है। मीडिया से बात करते हुए एक महिला ने कहा, "अब जब छोटे भूकंप भी आते हैं तो हम डर जाते हैं। हम बहुत परेशान रहते हैं कि अगर भूकंप आ जाए तो हम कहां जाएं? हम एक ऐसे किनारे पर फंसे हुए हैं, जहां से कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है।"
परिवार को बांट रहा है भूकंप- निवासी
एक अन्य निवासी ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि भूकंप की इस स्थिति के कारण उनका परिवार बंट गया है। उन्होंने कहा, "मैं हर स्थिति में अपने इसी शहर में ही रहना चाहता हूं, लेकिन मेरी पत्नी और बच्चे कैस्टेल वोल्टर्नो इलाके में एक घर की तलाश कर रहे हैं। हालांकि, यहां पर रहना किसी खतरे से कम नहीं है क्योंकि यहां हर वक्त मन में डर बना रहता है।"
खतरनाक ज्वालामुखी से सटा है पॉज्जुओली
जानकारी के मुताबिक, पॉज्जुओली एक विशाल सक्रिय ज्वालामुखी से सटा हुआ है, जिसे कैंपी फ्लेग्रेई के नाम से जाना जाता है। यह दुनिया के सबसे खतरनाक ज्वालामुखियों में से एक है। इस ज्वालामुखी में हलचल होती है तो यह ऊपर की चट्टानों पर दबाव और तनाव पैदा करता है। इस घटना को ब्रैडीजिज्म कहते हैं। ब्रैडीजिज्म के कारण ही बड़ी-बड़ी इमारतें अस्थिर हो जाती हैं और भूस्खलन और सुनामी जैसी परिस्थितियों का खतरा पैदा हो जाता है।
ज्वालामुखी की निगरानी कर रहे हैं वैज्ञानिक
कैंपी फ्लेग्रेई ज्वालामुखी पहले भी कई बार फट चुका है। इसका सबसे विनाशकारी विस्फोट लगभग 39,000 साल पहले हुआ था। उस वक्त इस विस्फोट ने दक्षिणी यूरोप के अधिकांश हिस्से को भी अपनी चपेट में ले लिया था और वैश्विक जलवायु को प्रभावित किया था। फिलहाल वैज्ञानिक कई उपकरणों और विधियों से इस ज्वालामुखी की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। इसके अलावा वे बड़े पैमाने पर संभावित आपातकाल की तैयारी के लिए भी काम कर रहे हैं।