ताजिकिस्तान में 7.2 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप, चीन और अफगानिस्तान में भी महसूस हुए झटके
गुरुवार को ताजिकिस्तान में लगभग 5:37 बजे शक्तिशाली भूकंप आया। इसके झटके अफगानिस्तान और चीन में भी महसूस किए गए। चीनी भूकंप केंद्र ने रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.2 और गहराई जमीन के लगभग 10 किलोमीटर अंदर बताई है। अमेरिकी और अन्य भूकंप केंद्रों ने इसकी तीव्रता 6.8 और गहराई 20.5 किलोमीटर बताई है। भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान का गोर्नो-बदख्शन इलाके में रहा, जो चीन की सीमा से 82 किलोमीटर दूर है।
कम आबादी वाले इलाके में आया भूकंप
ताजिकिस्तान के जिस गोर्नो-बदख्शन इलाके में भूकंप आया, वह एक अर्द्ध-स्वायत्त और पहाड़ी क्षेत्र है और यहां पर बेहद कम आबादी है। इसके कारण भूकंप से कम नुकसान होने की आशंका जताई गई है। हालांकि, अभी तक कुछ स्पष्ट नहीं है। भूकंप के इलाके में सारेज नामक एक झील भी है, जिस पर एक बांध बना हुआ है। विशेषज्ञों ने चेताया है कि अगर भूकंप से बांध टूटा तो बड़ा नुकसान हो सकता है।
भूकंप के बाद आए दो बड़े झटके
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पहले शक्तिशाली भूकंप के बाद दो बड़े झटके भी महसूस किए गए। भूकंप के 20 मिनट बाद 5.0 तीव्रता का पहला झटका आया, वहीं इसके बाद आए दूसरे झटके की तीव्रता 4.6 रही।
प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से संवेदनशील है ताजिकिस्तान
बता दें कि ताजिकिस्तान भूकंप और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से एक संवेदनशील क्षेत्र है और यहां अक्सर भूकंप, बाढ़, भूस्खलन, हिमस्खलन और भारी बर्फबारी जैसी आपदाएं आती रहती हैं। गोर्नो-बदख्शन में इसी महीने की 15 तारीख को ही एक हिमस्खलन हुआ था, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी। इसी दिन दुसांबे में हुए एक अन्य हिमस्खलन में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
6 फरवरी को तुर्की-सीरिया में आया था विनाशकारी भूकंप
ताजिकिस्तान में ये भूकंप ऐसे समय पर आया है जब कुछ दिन पहले ही तुर्की और सीरिया में आया 7.8 तीव्रता का विनाशकारी भूकंप चर्चा में बना हुआ है। 6 फरवरी को आए इस भूकंप में करीब 50,000 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से लगभग 44,000 की मौत तुर्की में हुई है, वहीं सीरिया में लगभग 6,000 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। इस भूकंप के बाद से लगभग 7,930 आफ्टरशॉक्स आ चुके हैं।