बेंगलुरू में फ्लैट खरीदने के लिए 10वीं-12वीं में अच्छे अंक लाना है जरूरी, जानिए कारण
आमतौर पर 10वीं-12वीं के अंकों को भविष्य के लिए जरूरी माना जाता है, लेकिन अब ये बेंगलुरू में फ्लैट खरीदने के लिए भी जरूरी हैं। हैरान मत होइए! हाल ही में ट्विटर पर ब्रोकर और एक व्यक्ति के बीच की व्हाट्सऐप चैट काफी वायरल हो रही है। जहां एक तरफ शहर में आवासीय किराए में 15-30 प्रतिशत बढ़ोतरी हो रही है, वहीं ऐसी विचित्र मांग लोगों को परेशानी में डाल रही है। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है।
यह देखिए व्हाट्सऐप की चैट के स्क्रीनशॉर्ट्स
ट्विटर पर वायरल हो रहे हैं चैट के स्क्रीनशॉट
ट्विटर पर शुभ नामक व्यक्ति ने व्हाट्सऐप चैट के दो स्क्रीनशॉट्स साझा किए हैं। किराए पर फ्लैट लेने वाला व्यक्ति शुभ का चचेरा भाई योगेश था, जिसको 12वीं के अंकों के कारण फ्लैट नहीं मिला। बता दें, ब्रजेश नामक ब्रोकर ने योगेश से उसकी सोशल मीडिया प्रोफाइल, जॉइनिंग लेटर की कॉपी और आधार कार्ड के साथ-साथ 10वीं-12वीं कक्षा की अंकतालिका भी मांगी थी। यही नहीं, ब्रजेश ने योगेश को 150-200 शब्दों में अपना परिचय लिखकर देने को भी कहा था।
12वीं में 75 प्रतिशत अंक आने के कारण नहीं मिल किराए पर फ्लैट
जब योगेश ने सभी चीजें ब्रजेश को मेल कर दी तो उसका रिप्लाई आया, "योगेश मैनें आपके सारे दस्तावेज फ्लैट के मालिक को भेजे, लेकिन उन्होंने आपको फ्लैट किराए पर देने से मना कर दिया है क्योंकि आपके 12वीं कक्षा में 75 प्रतिशत अंक हैं, जबकि मालिक को 90 प्रतिशत की उम्मीद थी।" शुभ ने बताया कि उसका भाई बेंगलुरू में इंदिरा नगर नाम की जगह पर 80,000 रुपये महीने किराए पर फ्लैट खरीदने जा रहा था।
सोशल मीडिया यूजर्स दे रहे हैं विभिन्न प्रतिक्रियाएं
व्हाट्सऐप के स्क्रीनशॉर्ट्स तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं और इसे देखकर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, "पापा सही कहते हैं कि पढ़ाई-लिखाई करों तभी घर बना पाओगे।" वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, "मैनें कभी नहीं सोचा था कि घर के मालिकों की खुद की कटऑफ होती है...सच में पागल हो गया है, ऐसे तो कई लोग बेघर रह जाएंगे।"
लोगों ने किराए के साथ बेंगलुरू में बढ़ती चीजों की कीमत पर भी उठाएं सवाल
साहिल नामक एक यूजर ने इस पोस्ट पर कंमेट किया, "भाई यह सच है। इसके अलावा, यदि आप अपनी नौकरानी से कहते हैं कि आप किसी IT कंपनी में काम करते हैं तो वह आपसे घर की साफ-सफाई के लिए 30 हजार रुपये महीना मांगेगी और किसी भी तरह से अगर आप उसे समझाने में सक्षम रहते हैं कि आप IT कंपनी में काम नहीं करते हैं तो शुल्क 9 हजार रुपये के आसपास हो जाता है।"