स्पेन: 500 दिनों तक गुफा में अकेले रहने के बाद बाहर आई महिला, ऐसा रहा अनुभव
स्पेन की 50 वर्षीय बीट्रीज फ्लेमिनी नामक महिला एथलीट शुक्रवार को 230 फीट गहरी और अंधेरी गुफा से बाहर आ गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला ने बाहरी दुनिया से अलग होकर ग्रेनाडा की एक गुफा में 500 दिन अकेले बिताए। अगर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में इनका नाम आया तो यह एक नया विश्व रिकॉर्ड भी हो जाएगा। आइये जानते हैं कि बाहर आकर फ्लेमिनी ने गुफा के अंदर रहने का क्या अनुभव साझा किया।
गुफा के अंदर रहने का क्या था उद्देश्य?
फ्लेमिनी ने मन और शरीर पर एकांत और अभाव के प्रभावों के बारे में जानने के उद्देश्य से गुफा में प्रवेश किया था। लक्ष्य पूरा होने के बाद जब वह बाहर आईं तो उन्होंने अपने शुभचिंतकों को गले लगा लिया। आपको बता दें कि फ्लेमिनी 21 नवंबर, 2021 को गुफा के अंदर गई थीं। उस दौरान उनकी उम्र 48 साल थी और गुफा में रहते हुए उन्होंने 2 जन्मदिन मनाए।
फ्लेमिनी गुफा में इस तरह गुजारती थीं समय
फ्लेमिनी गुफा में रहने के दौरान पढ़ने, लिखने, ड्राइंग, एक्सरसाइज और बुनाई जैसे कामों से अपना समय गुजारती थीं। उन्होंने कुल 60 किताबें पढ़ीं। उनकी सुरक्षा के लिए गुफा में 2 कैमरे लगे हुए थे। मानव मन की क्षमताओं के बारे में अधिक जानने के लिए ग्रेनाडा और मर्सिया विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकों की एक टीम दूर से ही फ्लेमिनी की निगरानी करती थी। अब फ्लेमिनी के अनुभव से वैज्ञानिक सामाजिक अलगाव और नींद पर प्रभावों पर अध्ययन करेंगे।
वादा पूरा करके काफी खुश हैं फ्लेमिनी
गुफा से बाहर निकलने के बाद फ्लेमिनी ने कहा, "एक खिलाड़ी के रूप में मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप क्या सोचते हैं, क्या महसूस करते हैं और क्या कहते हैं, इसके बारे में बहुत स्पष्ट रहें। यह सच है कि 500 दिनों में कुछ दिन बहुत कठिन वाले थे और कुछ बहुत ही खूबसूरत भी थे। मुझे खुशी है कि मैंने गुफा में 500 दिनों तक रहने का अपना वादा पूरा किया।"
अमेरिकी प्रोफेसर का 100 दिनों तक समुद्र के अंदर रहने का है लक्ष्य
इसी तरह अमेरिका की नौसेना के पूर्व गोताखोर और बायोमेडिकल इंजीनियरिंग के 55 वर्षीय प्रोफेसर जोसेफ डिटुरी समुद्र की सतह के सबसे नीचे ज्यादा दिन बिताने का रिकॉर्ड बना रहे हैं। डिटुरी 1 मार्च से फ्लोरिडा कीज की सतह से 30 फीट नीचे 55 वर्ग मीटर की जगह में रह रहे हैं। उनकी यहां 100 दिन रहने की योजना है। ऐसा करके वह देख रहे हैं कि मानव शरीर अत्यधिक दबाव पर किस तरीके की प्रतिक्रिया देता है।