मृत प्रेमी के स्पर्म से महिला ने जन्मा बच्चा, अब मांग रही संपत्ति में हिस्सा
क्या है खबर?
इन दिनों नाजायज संबंधों के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसी कड़ी में अब चीन से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकार सभी लोग हैरान हैं।
यहां रहने वाली एक महिला ने अपने शादीशुदा प्रेमी के स्पर्म का इस्तेमाल करके भ्रूण स्थानांतरण सर्जरी के जरिए बच्चे को जन्म दिया है। हैरानी की बात यह है कि प्रेमी की मौत के बाद यह महिला उनकी पत्नी से संपत्ति में हिस्सा मांग रही है।
आइए जानते हैं पूरा मामला।
मामला
प्रेमी के निधन से पहले कराया था फर्टिलाइजेशन
दक्षिणपूर्वी चीन के गुआंगडोंग प्रांत की रहने वाली लेंग नामक महिला ने अपने दिवंगत प्रेमी की पत्नी पर संपत्ति के हिस्से के लिए मुकदमा दायर किया था। हालांकि, अदालत ने उनके दावों का समर्थन नहीं किया।
जनवरी 2021 में एक दुर्घटना में महिला के प्रेमी वेन की मौत हो गई थी, जिसके बाद विवाद शुरू हुआ था। मृत्यु से पहले लेंग ने अपने अंडे फ्रीज किए थे, जो एक निजी क्लिनिक में वेन के स्पर्म द्वारा फर्टिलाइज किए गए थे।
मुकदमा
बेटे की ओर से लेंग ने दायर किया था मुकदमा
दिसंबर 2021 में लेंग ने सफलतापूर्वक एक बच्चे को जन्म दिया, जिसका नाम उन्होंने शियाओवेन रखा था। लेंग को लगा कि शियाओवेन को अपने मृत पिता की संपत्ति का वारिस होने का अधिकार है।
इसी कारण लेंग ने पिछले साल अगस्त महीने में बेटे की ओर से मुकदमा दायर किया था। उसने मांग थी कि वेन की पत्नी संपत्ति का हिस्सा शियाओवेन के साथ बाटें।
लेंग की मांगों में संपत्ति, बीमा लाभ और कंपनी इक्विटी शेयर शामिल थे।
सुनवाई
कोर्ट ने लेंग के दावों को किया खारिज
वेन की पत्नी इस बात से अनजान थीं कि लेंग ने भ्रूण स्थानांतरण सर्जरी द्वारा शियाओवेन को जन्म दिया था।
सुनवाई के दौरान लेंग यह साबित नहीं कर सकीं थीं कि जमे हुए अंडे वेन द्वारा ही फर्टिलाइज किए गए थे। साथ ही वह यह भी साबित करने में असफल रहीं कि बच्चा पैदा करने के लिए उन्हें वेन ने स्पर्म उपयोग करने की अनुमति दी थी।
नतीजतन, कोर्ट ने लेंग के दावों को खारिज कर दिया।
कानून
वकील ने इस मामले पर कही ये बात
बीजिंग स्थित ताहोता लॉ फर्म के एक वकील फेंग किंजुआन ने इस मामले के विषय में कहा कि 2021 में लागू नागरिक संहिता में कहा गया है कि मां के शरीर में कोई भी जीवित भ्रूण विरासत और उपहार का हकदार है।
हालांकि, फेंग ने बताया कि एक जमे हुए भ्रूण के समान अधिकार हैं यह स्पष्ट नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे जुड़ा कोई कानून अब तक चीन में नहीं बनाया गया है।