अमेरिका: 7 इंच लंबाई बढ़वाने के लिए व्यक्ति ने खर्च किए 88 लाख रुपये, सर्जरी कराई
क्या है खबर?
दुनिया में ऐसे बहुत से लोग हैं, जो अपनी कम लंबाई को परेशानी मानते हैं। लंबाई बढ़ाने के लिए कई लोग एक्सरसाइज करते हैं, वहीं कुछ लोग दवाइयां भी खाते हैं। अब लोग इसके लिए सर्जरी भी करवा रहे हैं।
अमेरिका में इसी तरह की ख्वाहिश रखने वाले एक व्यक्ति ने करीब 86,000 पाउंड (लगभग 88 लाख रुपये) खर्च करके अपनी लंबाई 7 इंच बढ़वा ली है।
इसके लिए उन्हें कई महीनों तक दर्दनाक सर्जरी से गुजरना पड़ा।
मामला
6 फीट की लंबाई के कारण असहज महसूस करते थे सांचेज
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जॉर्जिया निवासी 33 वर्षीय ब्रायन सांचेज एक बॉडीबिल्डर हैं। उनके शरीर के ऊपर का हिस्सा काफी चौड़ा और हाथ लंबे हैं, लेकिन उनके छोटे पैरों की वजह से वह अजीब दिखते थे।
2 बच्चों के पिता सांचेज की लंबाई 6 फीट होने के बावजूद वह असहज महसूस करते थे और इसके लिए उन्होंने पैरों को लंबा करने की सर्जरी करवाने का फैसला किया।
सर्जरी
सर्जरी के परिणामों से बेहद खुश हैं सांचेज
गूगल पर काफी सर्च करने के बाद सांचेज ने अपना पहला ऑपरेशन पिछले साल दिसंबर में करवाया। इसमें उनके टिबिया और फाइबुला को तोड़ने, पैरों की हड्डियों के अंदर एक रॉड डालने और फिर इसे स्क्रू से बांधने जैसी प्रक्रिया शामिल थीं।
इसके बाद मार्च में सांचेज ने अपनी फीमर यानी जांघ की हड्डी को लंबी करवाने के लिए दूसरी दर्दनाक सर्जरी करवाई।
नतीजतन अब सांचेज की लंबाई 6 फीट 7 इंच हो गई है, जिससे वे बेहद खुश हैं।
बयान
ऑपरेशन के बाद सांचेज ने क्या कहा?
सांचेज ने बताया, "जब मैं पहले खड़े होता था तो मुझे दूसरों को देखने के लिए सिर उठाना पड़ता था, लेकिन सर्जरी के बाद अब मुझे अपनी आंखें ऊपर नहीं करनी पड़ती है। मैं सर्जरी के परिणामों से खुश हूं।"
उन्होंने आगे कहा, "मेरी पत्नी बहुत लंबी है। पहले हमारी लंबाई के बीच लगभग 3 इंच का फर्क था, लेकिन अब मैं अपनी पत्नी से लंबा हो गया हूं और उसे गले लगाने में सक्षम हो गया हूं।"
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
पैर को लंबा करने वाली सर्जरी एक 'मिनिमम इनवेसिव' सर्जरी है, जिसमें जांघ की हड्डी को तोड़कर उसमें धातु की कीलें डाली जाती हैं।
इससे व्यक्ति की लंबाई धीरे-धीरे बढ़ जाती है, लेकिन इस प्रक्रिया को पूरा होने में कई महीने लग जाते हैं।
इसके जरिए एक व्यक्ति की लंबाई 6-7 इंच तक बढ़ाई जा सकती है, लेकिन जितने इंच लंबाई बढ़वानी हो, उसी हिसाब से खर्च भी होता है।