क्रिसमस को लेकर दुनियाभर में निभाई जाने वाली 5 अनोखी परंपराएं, जानकर रह जाएंगे दंग
दुनियाभर में हर साल 25 दिसंबर को क्रिसमस बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। हालांकि, हर जगह इस त्योहार से जुड़ी अलग-अलग परंपराएं होती हैं, जिनके बारे में जानकर आपको यकीनन हैरानी होगी। इन परंपराओं में झाड़ू छिपाना, बुरी आत्माओं से बचना, क्रिसमस ट्री की अजीबोगरीब सजावट और डरावने सेंटा के साथ त्योहार मनाने जैसी कई परंपरा शामिल हैं। आइये आज दुनियाभर में मनाई जाने वाली 5 अजीबोगरीब क्रिसमस परंपराओं के बारे में जानते हैं।
नॉर्वे
नॉर्वे में क्रिसमस से जुड़ी एक अनोखी परंपरा निभाई जाती है, जिसे जानकर आपको हैरानी होगी। यहां के लोग क्रिसमस के खास मौके पर अपने घरों के झाडू छिपा देते हैं। उनका कहना है कि क्रिसमस के मौके पर बुरी आत्माएं और चुड़ैल उड़ने के लिए झाड़ूओं की तलाश में आती हैं। ऐसे में यहां के लोग अपने झाड़ूओं को चोरी होने से बचाने के लिए किसी महफूज जगह पर छिपा देते हैं।
यूक्रेन
दुनियाभर के लोग क्रिसमस के मौके पर क्रिसमस ट्री को छोटे-छोटे सेंटा, लाइट्स, फूल, रिबन, स्टार और चॉकलेट्स से सजाते हैं, लेकिन यूक्रेन के लोग ऐसा बिल्कुल भी नहीं करते हैं। यहां के लोग अपने क्रिसमस ट्री को सजावटी सामानों की जगह मकड़ी के जालों से सजाते हैं। दरअसल, उनका मानना है कि पेड़ को इस तरह से सजाने से उनके घर और जीवन में खुशहाली और अच्छी चीजें आएंगी।
आयरलैंड
क्रिसमस में लोग अपने घरों को सजाते हैं और ये खूबसूरत साज-सज्जा देखने के लिए लोग अपने घरों से बाहर निकलकर इसका आनंद लेते हैं। हालांकि, आयरलैंड में ऐसा नहीं होता है। यहां पर यह त्योहार क्रैम्पस के नाम से जाने जाने वाले 'आधा बकरी, आधा दानव' के साथ मनाया जाता है। दरअसल, इस समय एक व्यक्ति 2 सींग और डरावना चेहरे वाला भेष धारण करके बाहर निकलता है और बुरे काम करने वाले बच्चों को दंड देता है।
पुर्तगाल
पुर्तगाल में भी क्रिसमस से जुड़ी अजीबोगरीब परंपरा निभाई जाती है। यहां परिवार के सभी सदस्य तो बैठकर एक साथ खाना खाते ही हैं, साथ ही मृत लोगों के लिए खाना परोसा जाता है। यहां क्रिसमस के दिन सुबह-सुबह कॉन्सोडा नामक दावत होती है। उसमें लोग अपने परिवार के उन सदस्यों के लिए खाना मेज पर निकालकर रखते हैं, जिनकी मृत्यु हो चुकी होती है। लोगों का मानना है कि इससे उनके घर में सौभाग्य आएगा।
ग्रीस
ग्रीस में क्रिसमस को लेकर अलग-अलग कहानियां प्रचलित हैं। यहां के लोग मानते हैं कि कालीकंजरोइ नाम के दुष्ट गोबलिन (बुरी आत्माएं) जो कि हमेशा जमीन के अंदर रहते हैं वह अपनी जाति वालों के साथ क्रिसमस वाले दिन से कुल 12 दिनों के लिए धरती पर आते हैं। इन दिनों लोग क्रॉस और तुलसी को पवित्र पानी से धोकर घर पर उसी पानी का छिड़काव करते हुए दुष्ट गोबलिन से रक्षा का उपाय अपनाते हैं।