
मैरी कॉम ने पति से तलाक की पुष्टि की, इन अफवाहों को नकारा
क्या है खबर?
ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज मैरी कॉम ने एक आधिकारिक बयान जारी कर यह पुष्टि की है कि उन्होंने अपने पति करुंग ओन्खोलर से 20 दिसंबर, 2023 को कानूनी रूप से तलाक ले लिया था।
यह बयान उन अफवाहों के बीच आया है, जब मैरी कॉम का रिश्ता उनके व्यवसायी सहयोगी हितेश चौधरी के साथ जोड़ा जा रहा था।
उन्होंने आरोपों को नकारते हुए स्पष्ट रूप से किसी भी बाहरी संबंध की बात को झूठा बताया है।
तथ्यहीन
बयान में क्या कहा गया है?
मैरी कॉम के वकील ने बयान जारी कर कहा, "इन भ्रामक और तथ्यहीन रिपोर्टों के संदर्भ में मैं यह स्पष्ट करना चाहती हूं कि अब हम पति-पत्नी नहीं हैं। हम दोनों ने दिसंबर 2023 को 'कोम पारंपरिक कानून' (KOM CUSTOMARY LAW) के तहत आपसी सहमति से तलाक लिया था, जिसे दोनों पक्षों के परिवारजनों और समुदाय के वरिष्ठ लोगों की उपस्थिति में विधिवत रूप से अंतिम रूप दिया गया। ये लोग इस प्रक्रिया में निर्णायक प्राधिकारी की भूमिका में थे।"
वकील
वकील ने आगे क्या कहा?
मैरी कॉम के वकील ने आगे कहा, "मैरी कॉम के श्री हितेश चौधरी के साथ संबंध या किसी अन्य मुक्केबाज के पति के साथ रिश्ते की जो अफवाहें फैलाई जा रही हैं, उन्हें स्पष्ट रूप से खारिज किया जाता है। ऐसी भ्रामक बातें किसी भी मीडिया द्वारा न तो फैलाई जानी चाहिए और न ही प्रचारित की जानी चाहिए। ये बहुत गलत है।"
दिग्गज भारतीय खिलाड़ी ने अपने सोशल मीडिया पर ये बयान साझा किए हैं।
बयान
मीडिया से मैरी कॉम ने की ये मांग
बयान में आगे कहा गया, "पिछले 2 सालों से मैरी कॉम अपने निजी जीवन, विशेषकर अपने पूर्व पति के साथ बेहद कठिन दौर से गुजर रही हैं। इस संवेदनशील समय में वह अपने दोस्तों, प्रशंसकों और शुभचिंतकों से अनुरोध करती हैं कि कृपया उन्हें इस कठिन समय से निकलने के लिए आवश्यक स्थान और गोपनीयता प्रदान करें। यह नोटिस सभी प्रकार के मीडिया संस्थानों के लिए एक औपचारिक अनुरोध है कि वे इसके बारे में निराधार अटकलें लगाना बंद करें।"
सफर
मैरी कॉम के सफर पर एक नजर
भारतीय मुक्केबाजी में सबसे बड़ा नाम मैरी कॉम का रहा है। उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में 6 स्वर्ण सहित कुल 8 पदक जीते हुए हैं।
उन्होंने लंदन में खेले गए 2012 ओलंपिक में 51 किग्रा भारवर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हुए कांस्य पदक पर कब्जा जमाया था। वह ओलंपिक में पदक जीतने वाली विजेंदर सिंह के बाद सिर्फ दूसरी भारतीय मुक्केबाज बनीं थी।
वह एशियाई खेल का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज बनीं थी।