बंगाल के खेल मंत्री और क्रिकेटर मनोज तिवारी का राज्य की टीम के संभावितों में नाम
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल के मौजूदा खेल मंत्री मनोज तिवारी को आगामी घरेलू सीजन के लिए बंगाल की 39 संभावित खिलाड़ियों में जगह मिली है। इन सीनियर संभावित खिलाड़ियों का फिटनेस शिविर 23 जुलाई से शुरू होगा, जिसमें तिवारी हिस्सा लेंगे।
तिवारी ने भी बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (CAB) से भी स्पष्ट किया है कि वह अगले सीजन में होने वाली रणजी ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी के लिए उपलब्ध रहेंगे।
बयान
बंगाल क्रिकेट में योगदान देने के लिए मेरे पास काफी कुछ है- तिवारी
35 वर्षीय तिवारी ने पिछले बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की तरफ से हावड़ा के शिबपुर निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की थी।
तिवारी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "जहां तक खेलने का सवाल है, मुझमें जुनून है, मैं खेल का लुत्फ उठाता हूं और बंगाल क्रिकेट में योगदान देने के लिए मेरे पास काफी कुछ है। यही कारण है कि मैं क्रिकेट खेलना जारी रख रहा हूं। मैं आज जो कुछ भी हूं अपने क्रिकेट के कारण हूं।"
बयान
मैंने कभी क्रिकेट छोड़ने के बारे में नहीं सोचा- तिवारी
बंगाल के पूर्व कप्तान तिवारी, वर्तमान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस (TMC) के कैबिनेट में मंत्री हैं।
उन्होंने आगे कहा, "मैंने कभी क्रिकेट छोड़ने के बारे में नहीं सोचा और मैंने अपने मुख्यमंत्री से इस पर चर्चा की। उन्होंने मुझसे कहा कि कोई बात नहीं, खेलते रहो। यह मेरा पेशा और जुनून है, यही वजह है कि मैंने अपने संन्यास की घोषणा नहीं की है।"
करियर
ऐसा है मनोज तिवारी का क्रिकेटिंग करियर
2008 में भारत के लिए डेब्यू करने वाले मनोज तिवारी को एक प्रतिभावान क्रिकेटर माना जाता है। हालांकि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी इस ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सके और टीम से अंदर-बाहर होते रहे।
उन्होंने भारत के लिए कुल 12 वनडे और तीन टी-20 मैच खेले हैं जिनमें उन्होंने क्रमशः 287 और 15 रन बनाए हैं।
इसके विपरीत प्रथम श्रेणी क्रिकेट में वह 125 मैचों में 50 से अधिक की औसत से 8,965 रन बना चुके हैं।
कार्यक्रम
ऐसा है घरेलू क्रिकेट का कार्यक्रम
वहीं भारत की घरेलू टी-20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 20 अक्टूबर से 12 नवंबर 2021 तक खेली जाएगी।
पिछले सीजन कोरोना के कारण नहीं खेली जाने वाली रणजी ट्रॉफी इस बार 16 नवंबर से 19 फरवरी को खेली जाएगी।
इसके ठीक बाद वनडे प्रारूप में होने वाली विजय हजारे ट्रॉफी की शुरुआत 23 फरवरी से हो जाएगी और इसका फाइनल मुकाबला 26 मार्च को खेला जाएगा।