क्या आप जानते हैं? पिंक बॉल से शतक लगाने वाले पहले भारतीय हैं राहुल द्रविड़
क्या है खबर?
पूर्व भारतीय दिग्गज राहुल द्रविड़ ने कई कीर्तिमान स्थापित किए हुए हैं। वह टेस्ट और वनडे क्रिकेट में 10,000 रन बनाने वाले विश्व के चुनिंदा बल्लेबाजों में शुमार हैं।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई बड़े रिकार्ड्स बनाए हैं, लेकिन आज हम उनके दिलचस्प रिकॉर्ड के बारे में जानकारी देंगे।
बता दें पूर्व भारतीय कप्तान द्रविड़ पिंक बॉल से खेले गए मुकाबले में पहला शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं।
पहली पारी
पहली पारी में शून्य पर आउट हुए थे द्रविड़
2011 में अबुधाबी में इंग्लिश काउंटी का एक मुकाबला मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) और नॉटिंघमशायर के बीच खेला गया, जिसमें पिंक बॉल ट्रायल के रूप में इस्तेमाल की गई।
MCC की ओर से खेलते हुए द्रविड़ पहली पारी में खाता भी नहीं खोल सके और ल्यूक फ्लेचर की गेंद पर एलबीडब्लू आउट हो गए।
द्रविड़ के साथ MCC से अफगानिस्तान के मोहम्मद नबी, ऑस्ट्रेलिया के क्रिस रोजर्स और इंग्लैंड के डेविड मलान उस मुकाबले में खेल रहे थे।
दूसरी पारी
दूसरी पारी में द्रविड़ ने लगाया शतक
पहली पारी में शून्य पर आउट होने वाले द्रविड़ ने दूसरी पारी में शानदार शतक लगाया। उन्होंने दूसरी पारी में 21 चौकों की मदद से 106 रन बनाए और पिंक बॉल से खेले गए टेस्ट में शतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए थे।
उन्होंने पांचवे विकेट के लिए स्टीवन डेविस के साथ मिलकर 121 रनों की साझेदारी की थी।
द्रविड़ की शतकीय पारी का अंत समित पटेल ने उन्हें बोल्ड करके किया।
लेखा-जोखा
द्रविड़ की बदौलत MCC ने 174 रनों से जीता मैच
MCC ने पहली पारी में डेविड मलान के अर्धशतक की मदद से 218 रन बनाए। दूसरी तरफ नॉटिंघमशायर से समित पटेल और ल्यूक फ्लेचर ने चार-चार विकेट लिए।
जवाब में नॉटिंघमशायर की पहली पारी स्टीव किर्बी और हामिद हसन की घातक गेंदबाजी के सामने 108 पर ही सिमट गई।
दूसरी पारी में द्रविड़ के शतक की बदौलत MCC ने 358 रन बनाए और जीत के लिए 458 रनों का बड़ा लक्ष्य रखा। जवाब में नॉटिंघमशायर 293 रन ही बना सकी।
विराट कोहली
पिंक बॉल से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहला शतक लगाने वाले भारतीय हैं कोहली
पिंक बॉल से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत की ओर से शतक लगाने का गौरव विराट कोहली को प्राप्त हुआ। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 2019 में कोलकाता के ईडन गार्डन में हुए ऐतिहासिक मैच में 136 रन बनाए थे।
यह उनके टेस्ट करियर का 27वां और अंतरराष्ट्रीय करियर का कुल 70वां शतक था। कोहली की शतक की बदौलत भारत ने उस मुकाबले को पारी और 46 रनों के अंतर से जीत लिया था।