अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाली पहली ट्रांसजेंडर बनेंगी डेनिएल मैकगैही, जानिए उनका सफर
क्या है खबर?
कनाडा की डेनिएल मैकगैही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाली पहली ट्रांसजेंडर क्रिकेटर बनेंगी।
दरअसल, उन्हें अगले साल होने वाले महिला टी-20 विश्व कप के क्वालीफायर मैच के लिए कनाडा की टीम में शामिल किया गया है। यह टूर्नामेंट 4 से 11 सितंबर तक खेला जाएगा।
वह पुरुष से महिला ट्रांसजेंडर क्रिकेटरों के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की पात्रता के मानदंडों पर खरी उतरी हैं। आइए उनके अब तक के सफर पर एक नजर डालते हैं।
बयान
ICC ने की मैकगैही की पात्रता की पुष्टि
ICC ने जानकारी दी है कि मैकगैही ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के लिए सभी मानदंडों को पूरा किया है, जिसके बाद वह महिला क्रिकेट में खेलने के लिए योग्य हुई हैं।
ICC के एक प्रवक्ता ने क्रिकइंफो को बताया, "हम पुष्टि कर सकते हैं कि मैकगैही ICC के खिलाड़ी पात्रता नियमों के तहत आवश्यक प्रक्रिया से गुजरी है और इसके परिणामस्वरूप उन्हें अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में भाग लेने के लिए योग्य माना गया है।"
परिचय
2020 में ऑस्ट्रेलिया से कनाडा शिफ्ट हुई थी मैकगैही
29 वर्षीय मैकगैही का जन्म 14 अप्रैल, 1994 को ऑस्ट्रेलिया में हुआ था। उन्होंने शुरुआत में मेलबर्न में पुरुषों के क्रिकेट क्लब में खेला था।
वह फरवरी, 2020 में ऑस्ट्रेलिया से कनाडा आ गई थी। कनाडा शिफ्ट होने के बाद उन्होंने देश के एक पुराने क्रिकेट क्लब 'कैवलियर्स' के साथ जुड़ गई, जहां उन्होंने एक सीजन पुरुष टीम से खेला।
इसके बाद कनाडा में उन्होंने मई, 2021 में से मेडिकल बदलाव शुरू किए थे।
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मेडिकल बदलावों के बाद कनाडा की महिला टीम से जुड़ी मैकगेही
मेडिकल बदलाव के बाद मैकगेही ने पिछले साल अक्टूबर में ब्राजील में आयोजित हुए दक्षिण अमेरिकी महिला चैंपियनशिप में कनाडा के लिए 4 मैच खेले, जिसमें सभी में कनाडा ने जीत हासिल की थी। हालांकि, उस टूर्नामेंट को अंतरराष्ट्रीय दर्जा प्राप्त नहीं था।
लॉस एंजिल्स में सोमवार से शुरू होने वाले क्वालीफायर में कनाडा, USA, ब्राजील और अर्जेंटीना की टीमें शामिल हैं और विजेता टीम को अगले साल बांग्लादेश में होने वाले टी-20 विश्व कप में जगह मिलेगी।
नियम
क्या कहते हैं ICC के नियम?
2018 में जारी (और 2021 में संशोधित) ICC के खिलाड़ी पात्रता नियमों में कहा गया है कि महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने की इच्छुक ट्रांस महिलाओं को यह प्रदर्शित करना होगा कि उनके सीरम में टेस्टोस्टेरोन की सांद्रता कम से कम 12 महीने की अवधि के लिए लगातार 5 नैनोमोल्स प्रति लीटर से कम रही है।
इसके साथ-साथ जब तक वह प्रतिस्पर्धा जारी रखती है तब तक उन्हें इस पैमाने पर खरा उतरना होता है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों को लेकर ICC के मानदंड कई अन्य खेलों की तुलना में कठिन नहीं हैं। विश्व एथलेटिक्स ने ट्रांसजेंडर महिलाओं पर विशिष्ट महिला प्रतियोगिताओं में भाग लेने पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की हुई है, यदि वे पुरुष यौवन से गुजर चुकी हैं।