ओलंपिक में कब पहली बार शामिल हुआ बैडमिंटन? जानें इससे जुड़े अन्य जरूरी फैक्ट्स
क्या है खबर?
बैडमिंटन सबसे पुराने खेलों में से एक है जिसे 19वीं शताब्दी में यूनाइटेड किंगडम में शुरु किया गया था। 1992 में पहली बार बैडमिंटन को ओलंपिक में शामिल किया गया था। पुरुष और महिला के एकल मुकाबलों के अलावा युगल मुकाबलों को भी शामिल किया गया था।
आज के दौर में यह खेल काफी अधिक प्रचलित हो गया है और इसमें प्रतिस्पर्धा भी काफी बढ़ी है।
आइए जानते हैं इस खेल से जुड़े कुछ अहम फैक्ट्स।
छोटे और बड़े मैच
ये हैं बैंडमिंटन के सबसे छोटे और सबसे बड़े मैच
बैडमिंटन का सबसे छोटा मुकाबला केवल छह मिनट में ही समाप्त हो गया था। 1996 में दक्षिण कोरिया के रा क्यूंग-मिन ने इंग्लैंड की जूलिया मान को 11-2, 11-1 के स्कोर से उबर कप में हराया था।
2016 बैडमिंटन एशियन चैंपियनशिप में जापान की कुरुमी योनाओ और नाओको फुकुमैन तथा इंडोनिशिया की ग्रेसिया पोली और नित्या क्रिसिंडा के बीच हुए विमेंस डबल्स सेमीफाइनल मुकाबले का निर्णय 161 मिनट बाद निकला था।
नाम
कई अलग-अलग नामों से चर्चित था बैडमिंटन
19वीं शताब्दी में ब्रिटिश लोगों के बीच बैडमिंटन की शुरुआत बैटलडोर और शटलकॉक के रूप में हुई थी। 1860 में लंदन के एक खिलौने के डीलर ने 'Badminton Battledore - A New Game' नाम से एक किताब पब्लिश की थी।
1870 तक ब्रिटिश अधिकारियों के बीच यह खेल प्रसिद्ध हो चुका था और भारत के पूना में इसे खूब खेला जाता था। यहां खेल को पूना या पूनाह कहा जाता था।
जानकारी
शुरुआत में ऊन की गेंद से खेला जाता था बैडमिंटन
शुरुआत में ऊन की गेंदों से बैडमिंटन खेला था और इन्हें बॉल बैडमिंटन कहा जाता था। इससे खिलाड़ी अलग-अलग परिस्थितियों में खेल सकते थे। इसके अलावा शटलकॉक को भारतीय रबर से लपेटा जाता था।
ऑफिशियल मुकाबला
कहां खेला गया पहला ऑफिशियल मुकाबला?
भले ही दशकों तक बैडमिंटन को अनौपचारिक रूप से खेला जाता रहा, लेकिन ऐसा माना जाता है कि इसका पहला ऑफिशियल मैच इंग्लैंड के ग्लूशेस्टरशायर में खेला गया था।
1899 में बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंग्लैंड (BAE) ने पहली बैडमिंटन प्रतियोगिता शुरु की थी। ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप नाम की इस प्रतियोगिता में पुरुष युगल, महिला युगल और मिक्स्ड युगल मैच कराए जाते थे। इसमें एकल मुकाबलों को शामिल नहीं किया गया था।
अन्य फैक्ट
बैडमिंटन से जुड़े अन्य रोचक फैक्ट्स
बैडमिंटन की सबसे बड़ी रैली चार से अधिक मिनटों की रही है और इस दौरान 256 शॉट खेले गए थे। ऐसा माना जाता है कि शटलकॉक के पंख हंस के बाएं पंख से निकाले जाते हैं।
एक अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में शटल को औसतन 400 बार हिट किया जाता है। आपको बता दें कि इंडोनेशिया का राष्ट्रीय खेल ही बैडमिंटन है। वर्तमान समय में मैच का एक सेट 21 प्वाइंट का खेला जाता है।