राहुल द्रविड़ बोले- सिर्फ डे-नाइट टेस्ट से नहीं चलेगा काम, देनी होंगी बेहतर सुविधाएं
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली जब से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष बने हैं, तब से भारत में टेस्ट क्रिकेट की लोकप्रियता को बनाए रखने के लिए वाजिब कदम उठा रहे हैं। इसी कड़ी में गांगुली ने विराट कोहली और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड से बात करके डे-नाइट टेस्ट क्रिकेट का आयोजन सुनिश्चित किया। हालांकि, राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) के चीफ व पूर्व भारतीय दिग्गज बल्लेबाज़ राहुल द्रविड़ की सोच इस बारे में कुछ अलग है।
सिर्फ डे-नाइट टेस्ट से नहीं चलेगा काम- द्रविड़
राहुल द्रविड़ ने द इकॉनोमिक टाइम्स से बातचीत में कहा कि भारत में टेस्ट क्रिकेट की लोकप्रियता को कायम रखने के लिए सिर्फ डे-नाइट टेस्ट से काम नहीं चलेगा, बल्कि स्टेडियम में दर्शकों को बेहतर सुविधाएं भी देने की ज़रूरत है। उन्होंने आगे कहा, "अगर हम सिर्फ ओस को नियंत्रित करने में सक्षम होते हैं, तो भारत में डे-नाइट टेस्ट वार्षिक कार्यक्रम बन सकता है। क्योंकि जब गेंदगीली होगी तो गेंदबाजी मुश्किल हो जाएगी क्योंकि गेंद स्विंग नहीं होगी।"
दर्शकों को आकर्षित करने के लिए बेसिक चीज़ों पर ध्यान देने की ज़रूरत- द्रविड़
द्रविड़ ने कहा कि इसके अलावा और भी कई चीज़ें है, जिस पर ध्यान देने की ज़रूरत है, जिससे दर्शकों को स्टेडियम की ओर आकर्षित किया जा सके। उन्होंने कहा, "टॉयलेट, कार पार्किंग, सीट ये सब ऐसी बेसिक चीज़ें है, जिसपर ध्यान देने की ज़रूरत है।" द्रविड़ का मानना है कि बेहतर टीवी आने की वजह से अब लोग मैच देखने के लिए स्टेडियम नहीं आते हैं। पहले यह सुविधा नहीं थी और लोगों को मैदान में आना पड़ता था।
2001 में ईडन गार्डन्स में एक लाख लोग आते थे- द्रविड़
द्रविड़ ने कहा, "2001 में ईडन गार्डन्स में एक लाख लोग आते थे, हम उसे याद (Miss) कर रहे हैं। हालांकि, उस वक्च एचडी टीवी नहीं था जो आपको घर पर बेहतर अनुभव की गारंटी दे सके। मोबाइल पर भी क्रिकेट उपलब्ध नहीं था। यदि आप मैच देखना चाहते थे तो आपको स्टेडियम ही आना पड़ता था।" उन्होंने आगे कहा कि इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया में टेस्ट क्रिकेट कैलेंडर होता है और इसलिए वहां पर दर्शक टेस्ट मैच देखने आते हैं।
इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया में टेस्ट क्रिकेट अच्छी स्थिति में है- द्रविड़
द्रविड़ ने बॉक्सिंग डे टेस्ट और लॉर्ड्स टेस्ट का उदाहरण देते हुए कहा, "इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया में टेस्ट क्रिकेट अच्छी स्थिति में है। वहां ऐसा इसलिए है, क्योंकि उनके पास टेस्ट क्रिकेट कैलेंडर है।" द्रविड़ ने आगे कहा, "लोग हर साल दिसंबर में बॉक्सिंग डे टेस्ट और एक साल पहले ही जुलाई में लॉर्ड्स टेस्ट की योजना बना सकते हैं। हमें भारतीय क्रिकेट में ऐसा ही कुछ करने की ज़रूरत है। साथ ही स्टेडियम में बेहतर सुविधाओं भी देनी होंगी।"
विश्व के महान बल्लेबाज़ों में शुमार होते हैं राहुल द्रविड़
भारत के लिए 1996 में पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने वाले राहुल द्रविड़ विश्व के महानतम खिलाड़ियों में शुमार किए जाते हैं। द्रविड़ के नाम टेस्ट क्रिकेट के 164 मैचों में 52.31 की औसत से 13,288 रन हैं। टेस्ट क्रिकेट में द्रविड़ के नाम 36 शतक और पांच दोहरे शतक हैं। वहीं वनडे क्रिकेट के 344 मैचों में द्रविड़ ने लगभग 40 की औसत से 10,889 रन बनाए हैं। साथ ही एक टी-20 अंतर्राष्ट्रीय में द्रविड़ के नाम 31 रन हैं।