ऐड ब्लॉकर के साथ यूट्यूब यूजर्स को धीमा मिल रहा वीडियो प्लेबैक
गूगल के स्वामित्व वाली वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब ने ऐड ब्लॉकर का उपयोग करने वाले यूजर्स के लिए प्लेटफॉर्म को धीमा कर दिया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडिट पर ऐड ब्लॉकर का उपयोग करने वाले कई यूट्यूब यूजर्स ने बताया है कि बीते कुछ दिनों में प्लेटफॉर्म के प्रदर्शन और प्रतिक्रिया में गिरावट देखने को मिली है। यूजर्स ने बताया कि जब उन्होंने ऐड ब्लॉकर को डीएक्टिवेट कर दिया तो प्लेटफॉर्म वापस से सामान्य स्थिति में काम करने लगा।
ऐड ब्लॉकर के उपयोग से हो सकती है ये दिक्कतें
ऐड ब्लॉकर का उपयोग करने वाले यूजर्स के लिए यूट्यूब अपने प्रदर्शन को धीमी कर देती है, जिससे वीडियो स्ट्रीमिंग के दौरान यूजर्स को धीमी बफरिंग का अनुभव होता और प्रीव्यू लोड नहीं हो पाता है। इसके अलावा ऐड ब्लॉकर का उपयोग करने वाले यूजर्स को वेबसाइट रिफ्रेश किए बिना थिएटर मोड या फुल-स्क्रीन मोड का उपयोग करने में भी दिक्कत होती है। कंपनी धीरे-धीरे ऐड ब्लॉकर का उपयोग करने वाले ज्यादातर यूजर्स के लिए प्रदर्शन धीमा कर रही है।
ऐड ब्लॉकर को हटाने के मिशन पर यूट्यूब
यूट्यूब एड-ब्लॉकर को पूरी तरह हटाना चाहती है, क्योंकि इसकी वजह से कंपनी के राजस्व पर बहुत प्रभाव पड़ रहा है। पिछले साल यूट्यूब ने यूट्यूब वंस्ड प्लेटफॉर्म को बंद कर दिया था, जो यूट्यूब का संशोधित वर्जन था और जिसका उपयोग यूजर्स विज्ञापन मुक्त अनुभव पाने के लिए करते थे। विज्ञापनों से बचने के लिए यूजर्स को यूट्यूब प्रीमियम सब्सक्रिप्शन लेना होगा, जिसके लिए भारत में 139 रुपये प्रति माह का भुगतान करना होता है।