हाई-स्पीड इंटरनेट लेकर आ रही है वाई-फाई 7 टेक्नोलॉजी, जानें इसके बारे में सबकुछ
वाई-फाई 6 टेक्नोलॉजी बेशक अब तक सभी डिवाइसेज और नेटवर्क्स का हिस्सा ना बन सकी हो, लेकिन अभी से वाई-फाई 7 की घोषणा हो चुकी है। क्वालकॉम ने बताया है कि यह नेक्स्ट-जेनरेशन वाई-फाई टेक्नोलॉजी 'वाई-फाई 7' पर काम कर रही है। चंद दिन पहले ही मीडियाटेक ने भी दुनिया का पहला वाई-फाई 7 डेमो दिखाने का दावा किया था। आइए समझते हैं कि नई वाई-फाई 7 इंटरनेट टेक्नोलॉजी कैसे काम करेगी।
क्वालकॉम और मीडियाटेक ने दी जानकारी
क्वालकॉम ने बताया कि वाई-फाई 7 के साथ इसकी कोशिश ज्यादा इंटरनेट स्पीड्स और लो-लेटेंसी परफॉर्मेंस देने की है। कंपनी ने लिखा, 'हम वाई-फाई 7 को फाइनलाइज करने के लिए IEEE और WFA मेंबर्स के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।' वहीं, मीडियाटेक ने वाई-फाई 7 के फाइलॉजिक कनेक्टिविटी पोर्टफोलियो की क्षमता को अपने लाइव डेमो के साथ दिखाया। उसने कहा, "हमारी कंपनी वाई-फाई 7 से शुरुआती एडॉप्टर्स में शामिल है।"
कब तक मिलने लगेगी वाई-फाई 7 टेक्नोलॉजी?
वाई-फाई 7 टेक्नोलॉजी वाले प्रोडक्ट्स मार्केट में कब तक उपलब्ध होंगे, इसपर क्वालकॉम ने अब तक कुछ नहीं कहा है। चिप बनाने वाली कंपनी मीडियाटेक ने बताया है कि नई टेक्नोलॉजी के साथ उसके प्रोडक्ट्स साल 2023 की शुरुआत में मार्केट में उतारे जाएंगे। वाई-फाई 6 पहले से मार्केट में उपलब्ध है और इससे बेहतर वाई-फाई 6E भी आजमाई जा रही है, ऐसे में वाई-फाई 7 टेक्नोलॉजी बड़ा अपग्रेड बन सकती है।
ऐसे काम करेगी वाई-फाई 7 टेक्नोलॉजी
वाई-फाई 7 का दूसरा नाम IEEE 802 भी है। एक्सट्रीमली हाई थ्रोपुट (ETH) एक वाई-फाई स्टैंडर्ड है, जिसके साथ हाई-स्पीड इंटरनेट, लो लेटेंसी और मजबूत कनेक्शन के साथ मिलता है। पुराना वाई-फाई 6 स्टैंडर्ड केवल दो फ्रीक्वेंसी बैंड्स (2.4GHz और 5GHz) देता है, वहीं इसके मुकाबले वाई-फाई 7 टेक्नोलॉजी तीन फ्रीक्वेंसी बैंड्स- 2.4GHz, 5GHz और 6GHz ऑफर करेगी। इनके साथ स्पीड्स 30GHz तक पहुंच जाएंगी, जो थंडरबोल्ट 3 पोर्ट के साथ मिलने वाली स्पीड जितनी है।
मल्टी-टास्किंग करना होगा बहुत आसान
वाई-फाई 7 के साथ मिलने वाले कई फीचर्स कनेक्टिविटी से जुड़े कई बड़े बदलाव लेकर आ सकते हैं। इसके साथ मल्टी-लिंक क्षमता भी मिलेगी और यूजर्स तीन फ्रीक्वेंसी बैंड्स का फायदा उठा सकेंगे। क्वालकॉम ने ब्लॉग पोस्ट में बताया कि वाई-फाई 7 के साथ यूजर्स के लिए कई बैंड्स उपलब्ध होंगे और सभी फ्रीक्वेंसी बैंड्स एकसाथ काम करेंगे। इस तरह ज्यादा लेटेंसी से जुड़ी दिक्कत कनेक्टिविटी के दौरान नहीं होगी।
खास 'प्रीएंबल पंक्चरिंग' ट्रिक इस्तेमाल करेगी टेक्नोलॉजी
वाई-फाई 7 एक खास 'प्रीएंबल पंक्चरिंग' ट्रिक इस्तेमाल करती है, जिसके साथ डिवाइस इंटरफेरेंस से बचते हुए स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल कर सकती है। इस तरह यूजर्स को इंटरफेरेंस-फ्री अनुभव मिलेगा। आसान भाषा में समझें तो वाई-फाई 7 के साथ इंटरनेट कनेक्टिविटी से जुड़ी सभी मौजूदा दिक्कतें ठीक हो जाएंगी। यूजर्स को तेज नेटवर्क स्पीड, ज्यादा बैंडविद और बेहतर कनेक्टिविटी के साथ दी जाएगी। हालांकि, इस टेक को तैयार होने में अभी वक्त लगेगा।
कहां होगा वाई-फाई 7 टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल?
वाई-फाई 7 के साथ यूजर्स को लो-लेटेंसी और हाई-स्पीड नेटवर्क स्पीड मिलेगी। इसका इस्तेमाल अलग-अलग फील्ड्स में किया जा सकेगा, जिनमें XR, मेटावर्स, सोशल गेमिंग और क्लाउड कंप्यूटिंग शामिल होंगे और यूजर्स को AR/VR अनुभव दिए जाएंगे। इंडस्ट्रियल इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) और वीडियो स्ट्रीम्स में भी वाई-फाई 7 का इस्तेमाल किया जा सकेगा। नई टेक्नोलॉजी से जुड़ी ढेरों संभावनाएं हैं और बाद में इसे स्मार्टफोन्स और कंप्यूटर का हिस्सा बनाया जा सकता है।