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अंतरिक्ष से लौटने के बाद फिर से चलना क्यों सीख रहे हैं शुभांशु शुक्ला?
अंतरिक्ष से लौटने के बाद फिर से चलना सीख रहे हैं शुभांशु शुक्ला (तस्वीर: सोशल मीडिया)

अंतरिक्ष से लौटने के बाद फिर से चलना क्यों सीख रहे हैं शुभांशु शुक्ला?

Jul 23, 2025
04:35 pm

क्या है खबर?

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) से आने के बाद इन दिनों फिर से चलने का अभ्यास कर रहे हैं। उन्होंने हाल ही में एक वीडियो साझा किया, जिसमें वह 2 लोगों की मदद से चलने की कोशिश करते नजर आए। शुक्ला 25 जून को एक्सिओम-4 मिशन के तहत स्पेस-X ड्रैगन यान से अंतरिक्ष गए थे और 15 जुलाई को वापस लौटे। उन्होंने सभी शुभचिंतकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि अब वह धीरे-धीरे ठीक हो रहे हैं।

वजह

क्यों फिर से चलना सीख रहे शुक्ला? 

अंतरिक्ष में लगभग 20 दिन बिताने के बाद शरीर में कई बदलाव होते हैं, जिससे लौटते ही चलना मुश्किल हो जाता है। शुक्ला ने बताया कि भारहीनता के कारण शरीर की मांसपेशियों की ताकत घट जाती है, तरल प्रवाह और संतुलन प्रणाली प्रभावित होती है। शरीर अंतरिक्ष की स्थिति के अनुसार ढल जाता है और धरती पर लौटते ही उसे दोबारा अनुकूल होना पड़ता है। यही कारण है कि लौटने के तुरंत बाद चलने में कठिनाई होती है।

अन्य वजह

द्रव प्रवाह और संतुलन प्रणाली भी बनती है कारण

अंतरिक्ष से लौटने के बाद द्रव शरीर के ऊपरी भाग में जम जाते हैं, जिससे खड़े होते ही रक्तचाप गिर सकता है और व्यक्ति को चक्कर या बेहोशी आ सकती है। संतुलन नियंत्रित करने वाला आंतरिक कान भी शून्य गुरुत्वाकर्षण के अनुरूप ढल चुका होता है, जिससे मस्तिष्क को फिर से तालमेल बिठाने में समय लगता है। यही वजह है कि लौटते ही खड़े होना या चलना आसान नहीं होता और कई अंतरिक्ष यात्रियों को स्ट्रेचर पर बाहर लाया जाता।

रिकवरी प्रक्रिया

रिकवरी प्रक्रिया होती है पूरी तरह वैज्ञानिक

अंतरिक्ष यात्री लौटने के बाद विशेष पुनर्वास कार्यक्रम से गुजरते हैं, जिसमें मांसपेशियों और हड्डियों की ताकत लौटाने के लिए फिजियोथेरेपी की जाती है। संतुलन बनाए रखने के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे वेस्टिबुलर सिस्टम फिर से पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुसार कार्य करे। धीरे-धीरे शारीरिक गतिविधियां शुरू करवाई जाती हैं, ताकि हृदय और रक्त संचार प्रणाली सामान्य हो सके। इस पूरी प्रक्रिया को वैज्ञानिक रूप से डिजाइन किया गया है।