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पटना में जनसुराज के कार्यकर्ताओं पर पुलिस का लाठीचार्ज, प्रशांत किशोर बोले- ये जंग की शुरुआत
बिहार में आज जनसुराज ने विधानसभा घेरने की कोशिश की

पटना में जनसुराज के कार्यकर्ताओं पर पुलिस का लाठीचार्ज, प्रशांत किशोर बोले- ये जंग की शुरुआत

लेखन आबिद खान
Jul 23, 2025
04:55 pm

क्या है खबर?

विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर के नेतृत्व में आज पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बिहार विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की। इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हुई। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन नहीं मानने पर लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए। प्रशांत ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चेतावनी भी दी।

धरना

धरना स्थल नहीं पहुंच सके प्रशांत

प्रशांत के नेतृत्व में कार्यकर्ता गर्दनीबाग धरनास्थल जा रहे थे, जिन्हें पुलिस ने रोक लिया। इस दौरान स्थिति बेकाबू हुई तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। प्रशांत ने विधानसभा घेरने का भी ऐलान किया था, लेकिन भारी सुरक्षा के चलते वे न तो गर्दनीबाग धरनास्थल पहुंच सके और न ही विधानसभा। जनसुराज ने कहा कि ये लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है और जनता की आवाज को दबाने की कोशिश है।

बयान

प्रशांत बोले- नीतीश को उनके घर में घेर लेंगे

प्रशांत ने कहा, "यह जंग की शुरुआत है। अभी 3 महीने बाकी है। इनका जीना हराम कर देंगे, इनको पता नहीं है। बिहार की जनता बदलाव चाहती है, भ्रष्टाचारियों को हटाना चाहती है। यह लोग सदन में और पुलिस के पीछे नहीं छिप सकते। नीतीश कुमार को उनके घर में नहीं घेर लिया तो आप बता देना। एक लाख लोगों को लाकर नीतीश को उनके घर में घेर लेंगे और वे निकल नहीं पाएंगे।"

मुद्दे

इन मुद्दों को लेकर सड़कों पर हैं प्रशांत

जनसुराज 3 मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रही है। पहला- गरीब परिवारों को 2 लाख रुपये की रोजगार सहायता राशि न मिलना, दूसरा- दलित भूमिहीन परिवारों को 3 डिसमिल जमीन वितरित न होना और तीसरा- भूमि सर्वेक्षण में भ्रष्टाचार के आरोप। पार्टी का कहना है कि इन मुद्दों पर एक करोड़ लोगों से हस्ताक्षर लिए जाएंगे और फिर मानसून सत्र में विधानसभा का घेराव किया जाएगा। प्रशांत ने कहा कि यह पहले से तय योजना के अनुसार हो रहा है।

ट्विटर पोस्ट

यहां देखें प्रदर्शन के दौरान की तस्वीरें

बयान

प्रशांत बोले- राज्यपाल से मिलने का समय नहीं मिल रहा

प्रशांत ने बिहार विधानसभा की ओर मार्च करते हुए कहा, "इतनी धूप में बिहार के 50 लाख से ज्यादा बच्चे मजदूरी कर रहे हैं और सरकार इस पर ध्यान तक नहीं दे रही है। अगर हमें सरकार को जगाना है, तो हमें सड़कों पर उतरना ही होगा। पिछले कुछ महीनों से हम राज्यपाल और मुख्य सचिव से मिलने का समय मांग रहे थे। कोई जवाब नहीं मिला, जिसके बाद हमारे पास सड़कों पर उतरने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।"