जियो ग्लास के जरिये हमारे सामने आने वाली मिक्स्ड रियलिटी टेक्नोलॉजी क्या है?
रिलायंस जियो अब मिक्स्ड रियलिटी (MR) टेक्नोलॉजी की दौड़ में भी शामिल हो गई है। कंपनी ने जियो ग्लास (एक तरह का स्मार्ट चश्मा) तैयार किया है जो मिक्स्ड रियलिटी और ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) का इस्तेमाल करता है। पिछले कुछ समय से इस टेक्नोलॉजी पर काम किया जा रहा है, लेकिन इसका कमर्शियल इस्तेमाल अभी तक सीमित है। आने वाले कुछ समय में यह टेक्नोलॉजी हमारी जिंदगी में जगह बना लेगी। ऐसे में इसके बारे में जानना जरूरी है।
मिक्सड रिएलिटी क्या है?
मिक्स्ड रिएलिटी असली दुनिया और डिजिटल चीजों का का मिश्रण है। इसे ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) का विस्तार कहा जा सकता है। मिक्स्ड रिएलिटी आपको असली दुनिया में रहते हुए वर्चुअल एनवायरमेंट से इंटरेक्ट करने की सहूलियत देती है। इसके लिए आपको खास तरह के हेडसेट, हाई क्वालिटी इमेजिंग और मोशल सेंसिंग जैसी दूसरी चीजों की जरूरत पड़ेगी। इनके जरिये आप एक साथ असल और वर्चुअल दुनिया में हो सकते हैं और दोनों को महसूस कर सकते हैं।
एक साथ असली और वर्चुअल दुनिया में रहने का अहसास
इंटेल ने अपनी वेबसाइट पर MR की जानकारी देते हुए लिखा है, 'यह आपको एक कदम असली दुनिया और दूसरा कदम वर्चुअल दुनिया में रखने की सहूलियत देती है। यह असली और काल्पनिक चीजों के बेसिक कॉन्सेप्ट को आपके सामने पेश करती है। इससे आपको ऐसा अनुभव मिलता है, जिससे आपका काम करने और गेम खेलने का तरीका पूरी तरह बदल जाएगा।' वहीं माइक्रोसॉफ्ट इसे कंप्यूटर और इंसानों के बीच इंटरेक्शन के लिए बड़ा कदम मानती है।
MR का कहां-कहां इस्तेमाल किया जा सकता है?
MR को अलग-अलग कामों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। कहा जा रहा है कि शिक्षा के क्षेत्र में इस टेक्नोलॉजी से बड़ा बदलाव आ सकता है। शिक्षकों के लिए बच्चों को MR के जरिये चीजों को समझाना आसान होगा। वहीं छात्र भी जटिल चीजों को आसान कर समझ सकेंगे। उदाहरण के लिए, अगर उन्हें किसी मॉलिक्यूल की सरंचना समझनी है तो वो किताबों की बजाय MR के जरिये आसानी से इसे अपनी आंखों से देख पाएंगे।
इंजीनियरिंग, स्वास्थ्य सेवा के लिए बेहद काम की चीज
शिक्षा की तरह इंजीनियरिंग, स्वास्थ्य सेवा और मनोरंजन के क्षेत्र में भी अहम बदलाव ला सकती है। इंजीनियर इसके जरिये बड़े से बड़े मॉडल को कागज पर उतारकर समझने की बजाय MR के जरिये मूरत रूप लेते हुए देख सकते हैं। इसी तरह शिक्षा के क्षेत्र में शरीर के छोटे से छोटे अंग की कार्यप्रणाली को MR के जरिये समझा जा सकता है। गेमिंग और एंटरटेनमेंट की दुनिया को मिक्स्ड रियलिटी अगले स्तर पर ले जाएगी।
जियो ग्लास क्या-क्या कर सकता है?
रिलायंस ने हाल ही में दिखाया था कि जियो ग्लास को प्रोडक्टिविटी और शिक्षा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह 25 ऐप्लिकेशंस को सपोर्ट करता है। इसके जरिये दूसरे के साथ कॉन्फ्रेंसिंग कॉल करना काफी मजेदार होगा। इसके जरिये लोग अपने 3D अवतार में कॉल में शामिल हो सकेंगे। इसमें एक कैमरा और ऑडियो आउटपुट दिया गया है। इसके डेमो का वीडियो आप ऊपर यूट्यूब आइकन पर टैप कर देख सकते हैं।