
क्या है ब्लाइंडसाइट चिप, जिसे इस साल पहली बार इंसान में लगाएगी न्यूरालिंक?
क्या है खबर?
एलन मस्क की कंपनी न्यूरालिंक 2025 में पहली बार इंसान में ब्लाइंडसाइट चिप लगाएगी।
यह चिप उन लोगों के लिए बनाई गई है, जो दोनों आंखें और ऑप्टिक तंत्रिका खो चुके हैं। सितंबर, 2024 में अमेरिकी FDA ने इसे ब्रेकथ्रू डिवाइस का दर्जा देकर मंजूरी दी थी।
मस्क ने कहा कि 2025 के अंत तक पहला प्रत्यारोपण होगा, जिससे पूरी तरह अंधे लोग भी देख सकेंगे। यह चिप मेडिकल साइंस में क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता रखती है।
काम
कैसे काम करेगी ब्लाइंडसाइट चिप?
ब्लाइंडसाइट प्रायोगिक ब्रेन-इम्प्लांट चिप है, जो मस्तिष्क के विज़ुअल कॉर्टेक्स को सीधे उत्तेजित करेगी।
यह बिना आंखों और ऑप्टिक तंत्रिकाओं के भी व्यक्ति को देखने में सक्षम बना सकती है। यह चिप जन्म से अंधे लोगों को भी पहली बार दृष्टि देने में मदद कर सकती है।
शुरुआत में इसका रेजोल्यूशन कम होगा, लेकिन भविष्य में यह प्राकृतिक दृष्टि से भी बेहतर बन सकती है और व्यक्ति को इंफ्रारेड या पराबैंगनी तरंगदैर्ध्य में देखने की क्षमता मिल सकती है।
लाभ
ब्लाइंडसाइट चिप के संभावित लाभ
यह चिप दृष्टिहीन लोगों के जीवन को पूरी तरह बदल सकती है।
अगर यह सफल होती है, तो जन्म से अंधे लोगों को पहली बार दुनिया देखने का अवसर मिलेगा। न्यूरालिंक लकवाग्रस्त व्यक्तियों के लिए ब्रेन-चिप इंटरफेस विकसित कर रही है, जिससे वे सिर्फ सोचकर डिजिटल डिवाइस चला सकें।
2024 में, कंपनी ने ऐसे मरीजों पर प्रयोग किए, जो दिमाग से वीडियो गेम खेलने में सक्षम हुए। न्यूरालिंक का लक्ष्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को अधिक स्वतंत्रता देना है।