13 वर्ष के लड़के ने बनाया इमोशनल रोबोट, दुखी होने पर समझ सकेगा आपकी भावनाएं
रोबोट्स को लेकर अक्सर यह कहा जाता है कि ये इंसानों जैसा काम तो कर सकते हैं, लेकिन ये इंसानों जैसा सोच-समझ नहीं विकसित कर सकते। लेकिन तमिलनाडु के चेन्नई में रहने वाले 13 वर्षीय प्रतीक ने एक ऐसा इमोशनल रोबोट बनाया है जो गलत-सही के बारे में सोच-समझ सकता है। प्रतीक ने दावा किया कि उसका रोबोट भावनाओं का पता लगाने के साथ-साथ सवालों के जवाब भी दे सकता है।
डांटने पर चुप हो जाता है रोबोट
13 वर्ष के प्रतीक ने अपने इस आविष्कार को "रफी" नाम दिया है। प्रतीक ने ANI से कहा कि रोबोट उससे पूछे गए सवालों का जवाब दे सकता है, लेकिन डांटे जाने पर वह चुप हो सकता है। प्रतीक ने कहा कि इसके बाद रफी यानी रोबोट से दोबारा जवाब सुनने के लिए आपको माफी मांगनी पड़ेगी। इसके अलावा रफी भावनाओं का पता लगाने में भी सक्षम है और यह बता सकता है कि कोई व्यक्ति कब दुखी होता है।
रोबोट 'रफी' के साथ प्रतीक की तस्वीरें
सोशल मीडिया पर लोगों ने की प्रतीक की तारीफ
सोशल मीडिया पर लोगों ने प्रतीक की तारीफ की है, जिन्होंने तकनीक को अलग स्तर पर ले जाने का काम किया है। कुछ लोगों ने ये भी सुझाव दिया कि रोबोट में चेहरों और आवाजों के लिए इनबिल्ट डाटा होना चाहिए। एक यूजर ने कमेंट किया, 'भारत के पास काफी टैलेंट है। मैं अगले 10 सालों में टेक्नोलॉजी को पूरी आबादी के अंतिम छोर तक जाते हुए देख रहा हूं, जो लोगों को सीखने और तैयार करने की शक्ति देगी।'
भावनाएं व्यक्त करता रोबोट देख लोग ने जाहिर की खुशी
लोगों ने यह खबर के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह के कमेंट किए हैं। एक अन्य यूजर ने लिखा, 'गूगल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में भावनाएं लाने के लिए अरबों लाइनों में लिखा डाटा काम नहीं आया, लेकिन 13 साल के लड़के ने किसी तरह एक मॉडल तैयार किया है, जिसमें भावनाएं हैं।' वहीं दूसरे व्यक्ति ने कहा कि इस लड़के की अविश्वसनीय उपलब्धि सच में प्रशंसा की पात्र है।
न्यूजबाइट्स प्लस
बता दें कि इमोशनल AI या अफेक्टिव कंप्यूटिंग AI और मशीन लर्निंग की ही एक शाखा है जो मानवीय भावनाओं की व्याख्या और प्रतिक्रिया करने की दिशा में काम करती है। मौजूदा समय में इस तकनीक पर दुनियाभर में बहुत अधिक शोध किया जा रहा है और यहां तक कि कस्टमर केयर और हॉस्पिटैलिटी जैसे क्षेत्रों में भी इसे लाने का प्रयास किया जा रहा है।