
तमिलनाडु बना टीबी मृत्यु पूर्वानुमान मॉडल लागू करने वाला पहला राज्य, जानिए क्या है यह
क्या है खबर?
तमिलनाडु में ट्युबरकुलोसिस (टीबी) से पीड़ित वयस्कों में मृत्यु की संभावना का पूर्वानुमान लगाने का मॉडल लागू किया गया है। वह ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। इसे मौजूदा एप्लीकेशन टीबी सेवा के साथ जोड़ा गया है, जो उपचार के समय उन्हें प्राथमिकता देता है। इसका उद्देश्य गंभीर क्षय रोगियों के लिए उपचार से लेकर अस्पताल में भर्ती होने तक के औसत समय को कम करना है, जिससे मृत्यु दर में और कमी आएगी।
विकास
NIE ने विकसित किया यह मॉडल
तमिलनाडु की राज्य टीबी अधिकारी डॉ. आशा फ्रेडरिक ने कहा कि इस पूर्वानुमान मॉडल को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के राष्ट्रीय महामारी विज्ञान संस्थान (NIE) द्वारा विकसित किया है। उन्होंने PTI को बताया कि नई सुविधा राज्य के मौजूदा टीबी सेवा (टीबी वेब एप्लिकेशन) में जोड़ी गई है, जो राज्य के देखभाल मॉडल पहल तमिलनाडु-कासनोई एरापिला थिट्टम (TN-KET) के तहत 2022 से उपयोग में है। यह टीबी से पीड़ित वयस्कों के लिए मृत्यु की अनुमानित संभावना की गणना करेगा।
ऐप
ऐप से ऐसे लगाया जाता है गंभीर रोगियों का पता
TN-KET के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ता टीबी से पीड़ित प्रत्येक नए वयस्क व्यक्ति की अत्यंत गंभीर कुपोषण, सांस लेने में दिक्कत या खराब शारीरिक स्थिति के लिए 5 प्रभावित करने वाले कारणों की जांच करते हैं। स्वास्थ्य कर्मचारी इन आंकड़ों को टीबी सेवा ऐप में फीड करते हैं, जो बताता है कि कोई रोगी गंभीर रूप से बीमार है या नहीं। फिर उन्हें भर्ती करने के लिए प्राथमिकता दी जाती है। नई सुविधा उनकी मृत्यु की संभावना का पता चल सकेगा।