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नैनार नागेंद्रन का तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष बनना तय, बाकी उम्मीदवारों से कैसे निकले आगे?
नैनार नागेंद्र तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष बनने जा रहे हैं

नैनार नागेंद्रन का तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष बनना तय, बाकी उम्मीदवारों से कैसे निकले आगे?

लेखन आबिद खान
Apr 11, 2025
05:08 pm

क्या है खबर?

तमिलनाडु भाजपा को जल्द नया अध्यक्ष मिल सकता है। तिरुनेलवेली सीट से विधायक नैनार नागेन्द्रन का राज्य भाजपा अध्यक्ष बनना लगभग तय है। आज उन्होंने पार्टी अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए अपना नामांकन पत्र भी दाखिल किया है। नागेंद्रन के अलावा किसी ने भी पर्चा नहीं भरा है, ऐसे में उनका अध्यक्ष बनना तय है। वर्तमान अध्यक्ष के अन्नामलाई ने अगले अध्यक्ष के लिए नागेंद्रन के नाम का प्रस्ताव रखा है।

परिचय

कौन हैं नागेंद्रन?

नागेंद्रन फिलहाल विधायक और पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं। वे विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता भी हैं। इससे पहले वे ऑल इंडिया द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (AIADMK) से जुड़े थे। 19 मई, 2001 से 12 मई, 2006 तक वे तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में AIADMK के मंत्री भी रह चुके हैं। उन्होंने 2006 और 2011 में AIADMK और 2021 में भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीता था।

चुनाव

2 बार काफी कम अंतर से चुनाव हारे हैं नागेंद्रन

2001 में नागेंद्रन ने AIADMK के टिकट पर पहली जीत हासिल की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री जयललिता ने उन्हें बिजली, उद्योग और परिवहन मंत्री बनाया था। 2006 के चुनाव में नागेंद्रन को 606 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, 2011 में वे 38,000 वोटों से चुनाव जीत गए। अगले यानी 2016 के चुनावों में वे द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (DMK) उम्मीदवार से मात्र 601 वोटों से चुनाव हार गए।

वजह

नागेंद्रन क्यों चुने गए अध्यक्ष? 

वर्तमान भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई गौंडर समुदाय से आते हैं, जिसका पश्चिमी तमिलनाडु में काफी प्रभाव माना जाता है। वहीं, नागेंद्रन थेवर समुदाय से आते हैं, जिसका लगभग पूरे राज्य में प्रभाव माना जाता है। ऐसे में जातीय समीकरणों में नागेंद्रन फिट बैठते हैं। माना जाता है कि नागेंद्रन की AIADMK में भी स्वीकार्यता है। विधानसभा चुनावों में भाजपा और AIADMK के संभावित गठबंधन को देखते हुए भी नागेंद्रन सबसे मुफीद चेहरा हैं।

आलाकमान

भाजपा आलाकमान के करीबी हैं नागेंद्रन

नागेंद्रन को भाजपा आलाकमान का करीबी माना जाता है। कहा जा रहा है कि आलाकमान से मंजूरी मिलने के बाद ही नागेंद्रन ने नामांकन दाखिल किया है। 2021 के विधानसभा चुनाव में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नागेंद्रन के लिए प्रचार किया था। 2024 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नागेंद्रन के लिए समर्थन जुटाने के लिए 2 जनसभाएं की थीं।

चुनाव

AIADMK ने रखी थी अन्नामलाई की भूमिका कम करने की शर्त

तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है। हाल ही में AIADMK के महासचिव के पलानीस्वामी ने गृह मंत्री शाह से मुलाकात की थी। इस दौरान कथित तौर पर दोनों के बीच गठबंधन को लेकर चर्चा हुई थी। इस दौरान पलानीस्वामी ने शर्त रखी थी कि भाजपा अन्नामलाई की भूमिका को कम करे। इससे पहले 2023 में भी अन्नामलाई को लेकर AIADMK ने भाजपा से गठबंधन तोड़ दिया था।