हैंगआउट्स की जगह लेगा गूगल चैट, कुछ यूजर्स को दिखा प्रिव्यू

सर्च इंजन कंपनी गूगल ने पिछले साल बताया था कि हैंगआउट्स को गूगल चैट से रिप्लेस कर दिया जाएगा। गूगल ने बताया था कि फिलहाल केवल G-स्वीट (Suite) यूजर्स को फ्री में मिल रही चैटिंग सेवा जल्द सभी यूजर्स के लिए उपलब्ध होगी। अब पता चला है कि कुछ हैंगआउट यूजर्स को चैटिंग के दौरान गूगल चैट का प्रिव्यू मिलना शुरू हो गया है। जल्द यह बदलाव सभी यूजर्स के लिए रोलआउट किया जाएगा।
आर्स टेक्निका के रॉम अमाडियो ने 9to5Google के हवाले से रिपोर्ट में बताया है कि कुछ यूजर्स को स्टैंडअलोन ऐप में गूगल चैट ऐप का प्रॉम्प्ट दिख रहा है। इसमें लिखा हुआ है, "गूगल चैट में आपका स्वागत है।" मेसेज में यूजर्स को बताया गया है, "गूगल चैट एक नया अनुभव और फीचर्स देगा, जो हैंगआउट्स में नहीं मिलत थे। चूंकि यह नए चैट का प्रिव्यू है, आपको कुछ बग्स मिल सकते हैं और दिक्कतें आ सकती हैं।"
अपने ट्विटर अकाउंट पर अमाडियो ने बताया कि गूगल चैट का वीडियो कॉलिंग फीचर पूरी तरह गूगल मीट पर निर्भर है। नया मेसेजिंग प्लेटफॉर्म किसी यूजर को सीधे वीडियो कॉल करने के बजाय 'वीडियो मीटिंग' का एक URL पेस्ट कर देता है, जिसकी मदद से दोनों यूजर्स आपसे में जुड़ सकते हैं। रॉन ने कहा कि वीडियो कॉलिंग का विकल्प हैंगआउट्स में बेहतर मिलता था क्योंकि यूजर्स सीधे 1-टू-1 वीडियो कॉल्स कर सकते थे।
गूगल जिन हैंगआउट यूजर्स को गूगल चैट का प्रिव्यू दिखा रही है, उनसे बताया गया है कि इसमें बग्स और कुछ कमियां देखने को मिल सकती हैं। यानी कि फिलहाल इस बदलाव की टेस्टिंग की जा रही है और इससे जुड़ा फीडबैक यूजर्स से लिया जाएगा। एक बात साफ है कि गूगल जल्द सभी यूजर्स को यह अपडेट देने वाली है और मौजूदा बग्स फिक्स करने के बाद ऐसा किया जाएगा।
My Google Chat is now showing this Hangouts "Preview" message.
— Ron Amadeo (@RonAmadeo) February 24, 2021
It looks like all my individual contacts work and are accessible via the search bar.
The only missing feature now is group chat. pic.twitter.com/Vf8mLahrbE
चैटिंग और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के साथ गूगल का अनुभव अच्छा नहीं रहा है। गूगल ऑरकुट और गूगलप्लस जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पिछले दो दशक में लेकर आई और अब बंद कर चुकी है। साल 2005 में टेक्स्ट और वॉइस चैटिंग के लिए गूगल टॉक सेवा शुरू की गई थी, जिसे साल 2017 में पूरी तरह बंद कर दिया गया। कंपनी मौजूदा सेवाओं का इंटीग्रेशन कर यूजर्स को बेहतर विकल्प देना चाहती है।