अब गूगल क्रोम बताएगा कि कमजोर है पासवर्ड, आया नया अपडेट
इंटरनेट ब्राउजर गूगल क्रोम में लगातार नए अपडेट्स दिए जा रहे हैं, जिससे यूजर्स का ब्राउजिंग अनुभव सुरक्षित बनाया जा सके। क्रोम के लेटेस्ट वर्जन 88 में मिलने वाले नए फीचर्स के साथ गूगल उन यूजर्स के लिए पासवर्ड प्रोटेक्शन बेहतर करेगी, जो मौजूदा सुरक्षा उपायों का इस्तेमाल नहीं करते। ब्राउजर यूजर्स को बता देगा कि वे सुरक्षा से जुड़े फीचर्स का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। इसके अलावा पासवर्ड कमजोर होने की स्थिति में यूजर्स को नोटिफिकेशन दिखेगा।
गूगल ने दी फीचर्स की जानकारी
गूगल ने ब्लॉग पोस्ट में नए फीचर्स की जानकारी दी और बताया कि गूगल क्रोम पासवर्ड मैनेजर ढेरों अकाउंट्स के लिए यूजरनेम और पासवर्ड्स सेव कर सकता है। पासवर्ड मैनेजर में सेव किए गए किसी पासवर्ड के कमजोर होने की स्थिति में यूजर्स को इस बात की जानकारी दी जाएगी और पासवर्ड बदलने को कहा जाएगा। नए अपडेट के बाद कमजोर पासवर्ड को पहचान पाना और इसमें बदलाव करना आसान होगा। यह फीचर क्रोम सेटिंग्स में जाने पर मिलेगा।
अकाउंट सुरक्षा के लिए बड़ा अपडेट
यह क्रोम में अकाउंट सुरक्षा के लिए दिए गए सबसे बड़े फीचर्स में से एक है क्योंकि कमजोर पासवर्ड्स पिछले कई डाटा लीक्स की वजह बन चुके हैं। क्रोम 88 के साथ मौजूदा पासवर्ड्स का मैनेजमेंट भी आसान हो जाएगा क्योंकि ज्यादातर यूजर्स पासवर्ड भूलने के डर से कमजोर पासवर्ड्स बनाते हैं। गूगल ने कहा है कि नया अपडेट पिछले साल किए गए कई बदलावों को बेहतर बनाते हुए किया गया है।
जल्द मिलेगा 'टच टू फिल' का विकल्प
क्रोम एंड्रॉयड यूजर्स को जल्द 'टच टू फिल' फीचर दे सकता है और इसके साथ iOS की तरह यूजर्स पासवर्ड्स एंटर करने के लिए अपने बायोमेट्रिक्स का इस्तेमाल कर सकेंगे। यानी कि बार-बार अपना पासवर्ड एंटर करने के बजाय यूजर्स फिंगरप्रिंट ऑथेंटिकेशन कर सकेंगे।
37 प्रतिशत कम हुई डाटा चोरी
गूगल ब्लॉग में कहा गया है कि क्रोम के सेफ्टी चेक फीचर का इस्तेमाल हर सप्ताह करीब 1.4 करोड़ बार किया जाता है। 2020 में यह फीचर लॉन्च किए जाने के बाद से यूजर्स के अकाउंट की जानकारी चोरी होने में 37 प्रतिशत तक कमी आई है। क्रोम ने नया अपडेट रोलआउट करना शुरू कर दिया है लेकिन इसे यूजर्स तक पहुंचने में वक्त लगेगा। हालांकि, एंड्रॉयड यूजर्स को कई पासवर्ड मैनेजमेंट फीचर्स बाद में दिए जाएंगे।