ऐप हाइबरनेशन पर काम कर रही है गूगल, एंड्रॉयड 12 में मिल सकता है फीचर
सर्च इंजन कंपनी गूगल मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड के लिए नए ऐप हाइबरनेशन फीचर पर काम कर रही है। यह फीचर डिवाइसेज में मौजूद स्टोरेज को ऑप्टिमाइज करने के लिए ऐप्स को हाइबरनेट कर देता है या फिर एक तरह के स्लीप मोड में डाल देता है। माना जा रहा है इस फीचर को गूगल एंड्रॉयड 12 का हिस्सा बना सकती है। बता दें, नया हाइबरनेशन फीचर पहले से मिल रहे डोज और ऐप स्टैंडबाय फीचर्स से अलग होगा।
कोड में दिखा हाइबरनेशन फीचर
XDA डिवेलपर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐप हाइबरनेशन फीचर एंड्रॉयड ओपेन सोर्स प्रोजेक्ट (AOSP) के कोड में हुए बदलावों में दिखा है। ऐप हाइबरनेशन सिस्टम से जुड़ी सेवा ऐप हाइबरनेशन स्टेट को मैनेज करेगी। यह ऐसी स्थिति होती है, जिसमें कोई ऐप इस्तेमाल नहीं होने पर स्टोरेज के लिए ऑप्टिमाइज की जा सकती है। इसका फायदा मल्टी टास्किंग करने वाले यूजर्स को मिलेगा और इस सिस्टम के साथ बेहतर परफॉर्मेंस कम स्टोरेज वाले फोन्स में भी मिलेगी।
ऐसे काम करेगा हाइबरनेशन
XDA डिवेलपर्स के मिशाल रहमान ने बताया कि किसी मल्टी-यूजर डिवाइस के सिंगल यूजर के लिए ऐप हाइबरनेट होने के बाद सिस्टम कैश क्लियर कर देगा और स्टोरेज फ्री हो जाएगा। रहमान ने ट्वीट में लिखा, 'एंड्रॉयड के ऐप हाइबरनेशन फीचर से जुड़ी पहली जानकारी सामने आई है। अगर कोई ऐप सिंगल यूजर के लिए हाइबरनेटेड है तो सिस्टम कैश क्लियर कर देगा। गूगल पैकेज-लेवल हाइबरनेशन (जिसमें ऐप सभी यूजर्स के लिए हाइबरनेट हों) के लिए और बदलाव करेगी।'
एंड्रॉयड 12 में मिलेगा नया फीचर
नए ऐप हाइबरनेशन फीचर को गूगल एंड्रॉयड 12 का हिस्सा बना सकती है। पिछली टाइमलाइन के हिसाब से एंड्रॉयड 12 का डिवेलपर प्रिव्यू फरवरी, 2021 में ही मिलना शुरू हो सकता है क्योंकि पिछले साल फरवरी में एंड्रॉयड 11 का डिवेलपर प्रिव्यू रिलीज किया गया था। नए एंड्रॉयड वर्जन को लेकर गूगल ने कहा है कि इसमें होने वाले बदलाव फोन में दूसरे ऐप स्टोर्स का इस्तेमाल आसान बना देंगे।
एंड्रॉयड 12 में हो सकते हैं ये बदलाव
एंड्रॉयड 12 के फीचर्स से जुड़ी ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है लेकिन इसमें ढेरों ऐप स्टोर्स का बेहतर सपोर्ट यूजर्स को मिल सकता है। यूजर्स मौजूदा एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम में भी अलग-अलग ऐप स्टोर्स से ऐप्स इंस्टॉल कर सकते हैं। नया एंड्रॉयड 12 इस अनुभव को बेहतर बनाते हुए थर्ड-पार्टी स्टोर से ऐप्स डाउनलोड करना ज्यादा सुरक्षित बना देगा। कंपनी अगले ऑपरेटिंग सिस्टम में नए एक्सेसिबिलिटी फीचर्स दे सकती है, जिससे दिव्यांग यूजर्स आसानी से फोन इस्तेमाल कर सकें।