किसानों की मौत पर हरियाणा के मंत्री जेपी दलाल का विवादित बयान, बाद में मांगी माफी
क्या है खबर?
किसान आंदोलन के दौरान हुई किसानों की मौतों पर हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने विवादित बयान दिया है। दलाल ने कहा कि अगर वे किसान घर पर रहते तब भी उनकी मौत होती।
उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कांग्रेस ने इस बयान के लिए दलाल को मंत्रीमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है।
हालांकि, विवाद बढ़ने पर दलाल ने कहा कि वो इस बयान के लिए खेद प्रकट करते हैं।
बयान
क्या है दलाल का पूरा बयान?
भिवानी में मीडिया से बात करते हुए एक सवाल के जवाब में दलाल ने कहा कि ये जो 200 किसान मरे है, अगर घर पर होते तब भी मरते। यहां नहीं मर रहे हैं क्या।
उन्होंने कहा, "ये घर में होते तो भी मरते, यहां नहीं मर रहे क्या? मेरी बात सुन लो, लाख दो लाख में से 200 छह महीने में नहीं मरते क्या? कोई हार्ट अटैक हो के मर गया, कोई बुखार हो के मर गया।"
बयान
स्वेच्छा से मरे हैं किसान- दलाल
जब उनसे किसानों की मौत पर सवाल किया गया तो उन्होंन जवाब दिया, "मुझे ये बता दो कि हिंदुस्तान की एवरेज उम्र कितनी है और साल में कितने मरते हैं? उसी अनुपात में मरे हैं।"
अगले सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "ये (किसान) एक्सीडेंट में नहीं मरे हैं। स्वेच्छा से मरे हैं।" वहीं जब उनसे संवेदना प्रकट करने को कहा गया तो उन्होंने हंसते हुए कहा, "मरे हुए के प्रति मेरी पूरी-पूरी हार्दिक संवेदना है"
इस्तीफे की मांग
कांग्रेस ने मांगा इस्तीफा
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दलाल के बयान को ट्वीट करते हुए मंत्रीमंडल से बर्खास्तगी की मांग की है।
सुरजेवाला ने ट्विटर पर लिखा, आंदोलन में संघर्षरत अन्नदाताओं के लिए इन शब्दों का प्रयोग एक संवेदनहीन और संस्कारहीन व्यक्ति ही कर सकता है। शर्म, मगर इनको आती नहीं। पहले किसानों को पाकिस्तान व चीन समर्थक बताने वाले हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल को कैबिनेट से बर्खास्त किया जाना चाहिए।'
ट्विटर पोस्ट
यहां देखिये दलाल का बयान
आंदोलन में संघर्षरत अन्नदाताओं के लिए इन शब्दों का प्रयोग एक संवेदनहीन और संस्कारहीन व्यक्ति ही कर सकता है।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) February 13, 2021
शर्म, मगर इनको आती नहीं।
पहले किसानों को पाकिस्तान व चीन समर्थक बताने वाले हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल को कैबिनेट से बर्खास्त किया जाना चाहिए।#Farmers_Lives_Matter pic.twitter.com/la71GiA7iv
जानकारी
विवाद बढ़ने पर मांगी माफी
विवाद होने पर दलाल ने कहा कि सोशल मीडिया पर उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "मेरे बयान का गलत अर्थ निकाला जा रहा है। यदि कोई इससे आहत हुआ है तो मैं माफी मांगता हूं।"
पुराना बयान
किसान आंदोलन के पीछे विदेशी ताकतों को बता चुके हैं दलाल
दलाल इससे पहले तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ बता चुके हैं।
उन्होंने कहा था कि किसानों के इस आंदोलन के पीछे विदेशी ताकतों, चीन और पाकिस्तान का हाथ हैं। ये भारत को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।
हालांकि, उन्होंने अपने दावे की पुष्टि के लिए किसी प्रकार का सबूत नहीं था। उनका यह बयान आप यहां टैप कर सुन सकते हैं।
नया कानून
नुकसान करने वालों से होगी भरपाई- खट्टर
दूसरी तरफ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि राज्य सरकार सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों से भरपाई करवाने के प्रावधान वाला कानून लाएगी।
शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात के बाद खट्टर ने कहा कि सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का अधिकारी किसी को नहीं है। राज्य सरकार अब कानून लाने जा रही है, जिसके तहत नुकसान करने वालों से उसकी भरपाई की जाएगी।