AI से नौकरियों के खतरे के लिए भारतीयों को क्यों चिंतित होना चाहिए?
क्या है खबर?
नए अविष्कारों की शुरुआत में लोग अधिकतर लोग उससे डरते रहे हैं और इसे नौकरियां खत्म होने के रूप में देखते हैं। औद्योगिक क्रांति की शुरुआत के बाद से ही इंसान मशीनों द्वारा रिप्लेस किए जाने से डरते रहे हैं।
यह डर अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तक पहुंच गया है। लोगों को इस बात की चिंता है कि यह AI जल्द ही उन्हें बेकार और बेरोजगार कर देगा।
AI के कई जानकार भी इसे नौकरियों के लिए खतरा मानते हैं।
रोबोट
मशीनें इंसानों की तरह सोचने के करीब पहुंची
लंबे समय से ऐसी रिपोर्ट्स आती रही हैं कि रोबोट इंसानों की जगह ले लेंगे, लेकिन अभी तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ जिससे पता चले कि यह इंसानों को रिप्लेस करने वाला है।
ChatGPT जैसे AI चैटबॉट इस बात को साबित करने के काफी करीब पहुंच गए हैं कि मशीनें अब इंसानों की तरह सोच सकती हैं। यह भी माना जा रहा है कि AI के और बेहतर होने के साथ नौकरी छूटने का डर तर्कहीन नहीं है।
नौकरियां
30 करोड़ नौकरियों को प्रभावित कर सकता है AI - रिपोर्ट
गोल्डमैन सैक्स की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, AI दुनिया भर में लगभग 30 करोड़ नौकरियां प्रभावित कर सकता है। ऐसे में पहले से ही बेरोजगारी से जूझ रहे भारत जैसे देश के लिए यह शुभ संकेत नहीं है।
विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, देश को बेरोजगारी से निपटने के लिए 2030 तक हर साल 1 करोड़ नौकरियां सृजित करने जरूरत है। इसलिए, AI के बढ़ते प्रभाव से नौकरी की सुरक्षा को लेकर भारतीयों का चिंतित होना स्वाभाविक है।
सर्वे
अवसर और खतरे के मिलेजुले रूप में है AI
अधिकांश भारतीय AI को अवसर और खतरों के मिलेजुले रूप में देखते हैं। डिजिट रिसर्च लैब के एक हालिया सर्वे में कहा गया है कि भारतीयों की AI के बारे में समान राय है।
टेक्नोलॉजी में रुचि रखने वाले टेक प्रोफेशनल और छात्रों के बीच किए गए सर्वे में 59 प्रतिशत ने बताया कि AI अवसरों और खतरों का मिलाजुला रूप है। हालांकि, 11 प्रतिशत लोगों ने यह दावा किया कि AI उनकी नौकरियों के लिए बड़ा खतरा है।
अवसर
AI में कुशल होना है जरूरी - राजीव चंद्रशेखर
NDTV के एक इंटरव्यू में मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, "मुझे लगता है कि AI बाधा पैदा करेगा, लेकिन यह असवर भी लाएगा।"
उन्होंने कहा कि "AI-रेडी स्किल्ड टैलेंट" की मांग बढ़ेगी और भारत इसके लिए "भविष्य का केंद्र" बन सकता है।
चंद्रशेखर ने कहा कि दुनिया AI के रास्ते पर चल रही है, AI हमारे भी दैनिक जीवन का हिस्सा होगा। नौकरियों के लिए खतरा होने के साथ यह अवसर भी है। जरूरी बात AI में कुशल होना है।