डॉमिनोज इंडिया पर हुआ बड़ा साइबर अटैक, 10 लाख यूजर्स का क्रेडिट कार्ड डाटा लीक
क्या है खबर?
आए दिन डाटा लीक से जुड़ी खबरें आती रहती हैं और बीते दिनों भारत की सरकार एजेंसी CERT-In ने कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद से देश में साइबर अटैक्स बढ़ गए हैं।
एक नई रिपोर्ट में अब पिज्जा आउटलेट डॉमिनोज के यूजर्स का पर्सनल बैंकिंग डाटा लीक होने की बात सामने आई है।
इजराइल की एक साइबरक्राइम इंटेलिजेंस के को-फाउंडर एलॉन गल के मुताबिक, लोकप्रिय पिज्जा आउटलेट डॉमिनोज इंडिया के लाखों यूजर्स बड़े साइबर अटैक का शिकार बने हैं।
लीक
हैकर्स के पास लाखों यूजर्स की पर्सनल जानकारी
रिपोर्ट में बताया गया है कि हैकर्स के पास डॉमिनोज इंडिया के इंटरनल डाटाबेस से जुड़े 13TB डाटा का ऐक्सेस है।
इस डाटा में IT, लीगल, फाइनांस, मार्केटिंग और ऑपरेशंस वगैरह से जुड़े 250 कर्मचारियों की जानकारी भी शामिल है।
हैकर्स का दावा है कि उनके पास 18 करोड़ ऑर्डर डीटेल्स के अलावा कस्टमर्स के नाम, फोन नंबर, ईमेल ID, डिलिवरी एड्रेस और पेमेंट डीटेल्स जैसी जानकारी का ऐक्सेस भी है।
सेल
करोड़ों रुपये में डाटा बेच रहे हैकर्स
लीक हुए डाटा में करीब 10 लाख ग्राहकों के क्रेडिट कार्ड डीटेल्स भी शामिल हैं, जिन्हें डॉमिनोज इंडिया ऐप से ऑर्डर किया था।
हैकर्स इस डाटाबेस को किसी एक खरीददार को बेचना चाहते हैं।
एलॉन गल की मानें तो हैकर्स डाटाबेस के बदले 550,000 डॉलर की रकम मांग रहे हैं, जो भारतीय मुद्रा में लगभग चार करोड़ रुपये के बराबर है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि हैकर्स इस डाटा से जुड़ा एक सर्च पोर्टल भी तैयार कर सकते हैं।
डार्क वेब
डार्क वेब पर डाटाबेस बेचने की कोशिश
हैकर्स की ओर से डॉमिनोज इंडिया से जुड़े डाटा की सेल डार्क वेब पर होने की बात कही जा रही है।
इसके अलावा साइबर स्कैमर्स से जुड़ी एक अन्य वेबसाइट पर यह डाटा लिस्ट किया जा सकता है।
भारतीय यूजर्स का सेंसिटिव डाटा लीक होने का मतलब है कि उन्हें इसकी मदद से फिशिंग का शिकार बनाया जा सकता है, या फिर उनकी पहचान चोरी की जा सकती है।
डॉमिनोज ने इस मामले पर अब तक कुछ नहीं कहा है।
साइबर अटैक्स
लगातार बढ़ रहे हैं साइबर अटैक के मामले
भारत और दुनियाभर में साइबर अटैक के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और रोज लाखों इंटरनेट यूजर्स इनका शिकार बनते हैं।
कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) की ओर से शेयर किए गए डाटा की मानें तो पिछले साल कोरोना वायरस महामारी के दौरान भारत में साइबर अटैक्स 300 प्रतिशत तक बढ़ गए।
साल 2019 में जहां ऐसे अटैक्स के 3,94,499 मामले दर्ज किए गए थे, वहीं 2020 में यह आंकड़ा बढ़कर 11,58,208 मामलों तक पहुंच गया।