OpenAI ने तैयार किया नया AI मॉडल 'GPT-4b', मानव जीवन बढ़ाने में मिलेगी मदद
क्या है खबर?
OpenAI ने कथित तौर पर एक नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल विकसित किया है, जो स्टेम सेल उत्पादन प्रक्रिया तेज करने में मदद कर सकता है।
GPT-4b नामक इस नए मॉडल को OpenAI ने रेट्रो बायोसाइंसेज स्टार्ट-अप के सहयोग से प्रशिक्षित किया है। जैविक डाटा पर आधारित इस मॉडल को प्रोटीन इंजीनियरिंग के लिए डिजाइन किया गया है।
OpenAI का दावा है कि इस मॉडल ने प्रोटीन से संबंधित कार्यों में मनुष्यों को भी पीछे छोड़ दिया है।
खासियत
क्या है इस मॉडल की खासियत?
GPT-4b को विशेष रूप से विभिन्न प्रजातियों के प्रोटीन सीक्वेंस और उनके आपसी क्रियाओं को समझने के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
यह स्मॉल लैंग्वेज मॉडल है, जो बहुत बड़े डाटासेट के आधार पर विशिष्ट कार्यों को करने में सक्षम है। इस मॉडल का मुख्य उद्देश्य प्रोटीन को इंजीनियर करके उन्हें बेहतर कार्य करने योग्य बनाना है।
OpenAI ने बताया है कि इस मॉडल के द्वारा कुछ यामानाका कारकों को 50 गुना अधिक प्रभावी बनाया गया है।
काम
कैसे काम करेगा यह?
GPT-4b मॉडल का उद्देश्य सामान्य कोशिकाओं को स्टेम सेल में बदलने वाले प्रोटीन को विजुअलाइज करना है।
यह मॉडल किसी कोशिका को उसकी "फैक्ट्री सेटिंग" पर रीसेट करने जैसा कार्य करता है, जिससे कोशिका विभिन्न प्रकार की कोशिकाओं में विकसित हो सकती है।
इस तकनीक का उपयोग मानव जीवनकाल बढ़ाने, स्टेम सेल इंजीनियरिंग और जैविक अनुसंधान में किया जा सकता है। इससे AI का योगदान वैज्ञानिक खोजों में अहम बदलाव ला सकता है।