OpenAI ने लॉन्च किया नया AI मॉडल o1, जानें इसकी खासियत
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी OpenAI ने नई AI मॉडल सीरीज को लॉन्च किया है, जिसमें o1 और o1 मिनी मॉडल शामिल है। इस मॉडल को AI की तर्क शक्ति को आगे बढ़ाने में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। मॉडल कठिन कार्यों को करने, तर्क करने और विज्ञान, कोडिंग और गणित में कठिन समस्याओं को हल करने में सक्षम है। सीरीज का पहला मॉडल अब ChatGPT और API में उपलब्ध है।
डॉक्टरेट छात्रों के बराबर कर सकता है प्रदर्शन
OpenAI द्वारा पेश किया गया नया AI मॉडल o1 कठिन कार्यों को करने के दौरान डॉक्टरेट छात्रों के बराबर प्रदर्शन देने में सक्षम है। शुरुआती परीक्षण के दौरान o1 मॉडल ने रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान और जीव विज्ञान में शानदार प्रदर्शन किया। यह मॉडल गणित और कोडिंग जैसी कठिन विषयों में भी काफी बेहतर काम करने में सक्षम है और इन क्षेत्रों में यह भविष्य में और विकास कर सकता है।
ChatGPT से कितना बेहतर है o1?
OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने एक पोस्ट में बताया है कि gpt4o जहां गणित के सवालों को 13.4 प्रतिशत सटीकता के साथ हल कर सकता है, वहीं o1 गणित के उन्हीं सवालों को 83.3 प्रतिशत सटीकता के साथ हल करने में सक्षम है। इसी तरह, नया मॉडल पीएचडी स्तर के विज्ञान के सवालों को 78 प्रतिशत सटीकता के साथ हल करने में सक्षम है, जहां gpt4o ऐसे सवालों को केवल 56 प्रतिशत सटीकता के साथ हल कर सकता है।
यहां देखें पोस्ट
o1 मॉडल की उपलब्धता
o1 मॉडल प्रीव्यू के रूप में आज से ChatGPT प्लस और टीम यूजर्स के लिए उपलब्ध होगा। कंपनी o1 मिनी मॉडल भी पेश कर रही, जिसे गणित और विज्ञान के सवालों का तेजी से जवाब देने के लिए डिजाइन किया गया है। यह छात्रों और अध्यापकों के लिए काफी मददगार होगा। दोनों मॉडल अगले हफ्ते ChatGPT एंटरप्राइज और एजुकेशन यूजर्स के लिए उपलब्ध होंगे। इसके अतिरिक्त, डेवलपर API के माध्यम से मॉडलों के साथ प्रोटोटाइप भी शुरू कर सकते हैं।
नए मॉडल की हैं ये सीमाएं
o1 मॉडल भले ही काफी सटीकता के साथ जवाब देने में सक्षम है, लेकिन इसकी सीमाएं हैं। यह वेब ब्राउजर की मदद से ढूंढकर किसी सवाल का जवाब नहीं दे सकता है, फाइलें अपलोड नहीं कर सकता या किसी इमेज को बना नहीं सकता है।