भारत में लॉन्च होने वाली है 'वनप्लस पे' सेवा, मौजूदा पेमेंट प्लेटफॉर्म्स से होगी टक्कर
टेक कंपनी वनप्लस की पेमेंट सेवा वनप्लस पे जल्द भारतीय मार्केट में भी उतारी जा सकती है। चाइनीज ब्रैंड ने अपनी डिजिटल पेमेंट सर्विस से जुड़ी घोषणा साल 2019 में ही कर दी थी लेकिन पिछले साल 2020 तक इसे केवल चाइनीज यूजर्स के लिए एक्सक्लूसिव रखा गया था। अब वनप्लस दूसरे मार्केट्स में भी अपने यूजर्स को जल्द पेमेंट का विकल्प दे सकती है। भारत में इस पेमेंट सेवा के लॉन्च से जुड़े संकेत सामने आए हैं।
वनप्लस पे इंडिया ने रजिस्टर करवाया ट्रेडमार्क
भारत में वनप्लस पे आने से जुड़ी जानकारी टिप्सटर मुकुल शर्मा की ओर से ट्वीट में दी गई है। अपने ट्विटर हैंडल @stufflistings पर उन्होंने लिखा कि वनप्लस ने भारत में वनप्लस पे सेवा का ट्रेडमार्क लिया है, जिसे रजिस्ट्रार ऑफ ट्रेडमार्क्स की ओर से स्वीकार कर लिया गया है। हालांकि, लिस्टिंग में इस सर्विस की कोई खास लॉन्च टाइमलाइन सामने नहीं आई है। फाइलिंग का मतलब है कि यह सेवा भारतीय मार्केट में जल्द आने वाली है।
ट्वीट में दिखा स्क्रीनशॉट
मोबाइल वॉलेट और NFC-बेस्ड पेमेंट सिस्टम
रिपोर्ट्स में कयास लगाए गए हैं कि वनप्लस पे मोबाइल पेमेंट सर्विस एक मोबाइल वॉलेट और NFC-बेस्ड पेमेंट के साथ काम करेगी। डिजिटल मोबाइल पेमेंट सर्विस अभी चीन में एक वॉलेट ऐप की शक्ल में मौजूद है। यह सर्विस फिलहाल चुनिंदा ऐप्स के साथ ही काम करती है और इसे वनप्लस डिवाइसेज में क्विकली ऐक्सेस करने के लिए पावर बटन पर डबल टैप कर सकते हैं। इस ऐप को हाइड्रोजनOS के हिस्से के तौर पर लॉन्च किया गया था।
भारत में इन वॉलेट्स से होगी टक्कर
भारत में डिजिटल पेमेंट हब पहले ही ढेरों OPS (ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम) मौजूद हैं। इनमें सैमसंग, गूगल और ऐपल जैसे बड़े ब्रैंड्स शामिल हैं। यह देखना होगा कि वनप्लस पे मौजूदा मार्केट में कैसे जगह बना पाएगी। भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में वनप्लस का बड़ा मार्केट शेयर है और कंपनी को मौजूदा यूजरबेस का फायदा मिल सकता है। कंपनी ने भारत में पेमेंट सेवा लाने से जुड़ी कोई आधिकारिक घोषणा फिलहाल नहीं की है।
डिवाइसेज के साथ इंटीग्रेशन का विकल्प
चाइनीज ब्रैंड वनप्लस भारतीय मार्केट्स में सिर्फ स्मार्टफोन्स ही नहीं बनाती, बल्कि वियरेबल्स और स्मार्ट TV भी लेकर आई है। कंपनी अपनी पेमेंट सेवा को मौजूदा डिवाइसेज के साथ इंटीग्रेट कर सकती है, जिससे पेमेंट की प्रक्रिया आसान बनाई जा सके।