गूगल ने बदला जीमेल फॉर G-स्वीट का डिजाइन, मिलेंगे ढेरों नई फीचर्स
गूगल बेहतर यूजर्स एक्सपीरियंस देने के लिए रीडिजाइन्ड जीमेल ला रही है। जीमेल फॉर G-स्वीट से जुड़ी नए जानकारी सामने आई है और कंपनी अपने बिजनेस यूजर्स को जीमेल में ढेर सारे नए फीचर्स इस बदलाव के साथ देने वाली है। कंपनी ने बिजनेस यूजर्स के लिए इसका फ्रेश लुक गूगल की क्लाउड कॉन्फ्रेंस से पहले शोकस किया है। कंपनी ने कहा कि जीमेल, चैट्स, मीट्स और रूम्स सभी को आपस में इंटीग्रेट कर यूजर्स को सॉल्यूशन दिया जाएगा।
सभी यूजर्स को कब मिलेगा नया जीमेल?
गूगल की ईमेल सेवा जीमेल का नया डिजाइन अभी अर्ली ऐक्सेस प्रिव्यू स्टेज में चुनिंदा यूजर्स को टेस्टिंग के लिए दिया गया है। G-स्वीट यूजर्स के लिए यह अपडेट इस साल के आखिर तक रोलआउट किया जाएगा। जीमेल सेवा के कंज्यूमर वर्जन की बात करें तो उसमें अगले कुछ वक्त में चुनिंदा बदलाव किए जा सकते हैं। कंपनी का कहना है कि जो यूजर्स G-स्वीट का हिस्सा नहीं हैं, उनके लिए भी बेहतर अनुभव पर काम किया जा रहा है।
क्यों खास है नया जीमेल यूजर्स इंटरफेस?
गूगल की ओर से जेवियर सॉल्टेरो ने कहा कि नया जीमेल डिजाइन किसी इंटीग्रेटेड वर्कस्पेस की तरह काम करेगा, जिसमें यूजर्स आसानी से एक से दूसरे कम्युनिकेशन मोड पर स्विच कर पाएंगे। इसमें टेक्स्ट के अलावा वीडियो या वॉइस कॉलिंग का विकल्प भी मिलेगा। ऐसा ही अनुभव यूजर्स को माइक्रोसॉफ्ट टीम पर भी मिलता है लेकिन गूगल की कोशिश ऑर्गनाइज्ड ईमेल सिस्टम के अलावा वीडियो और वॉइस कॉल्स शेड्यूल करने जैसे कई विकल्प इसमें देने की है।
एक ही ऐप से होंगे सारे काम
फिलहाल गूगल का सारा फोकस अपने कम्युनिकेशन टूल्स को यूजर्स के लिए एकसाथ लाने पर है और नया जीमेल डिजाइन इसका उदाहरण है। जीमेल ऐप के डेस्कटॉप और मोबाइल वर्जन दोनों में ही यूजर्स को एक जैसा अनुभव मिलेगा और अपडेटेड फीचर्स दिए जाएंगे। इसका फायदा यह है कि यूजर्स अपने सारे कम्युनिकेशन सिस्टम्स की सेटिंग्स एकसाथ बदल पाएंगे और उनपर एकसाथ 'डू नॉट डिस्टर्ब' सेट किया जा सकेगा या उन्हें ऐक्टिव किया जा सकेगा।
माइक्रोसॉफ्ट टीम्स और स्लैक को टक्कर
गूगल की ओर से शोकेस किया गया डिजाइन दिखाता है कि गूगल अपने कस्टमर्स के साथ मौजूदा सेवाओं को एकसाथ लाकर एक इकोसिस्टम तैयार करना चाहती है। यानी कि इसके साथ माइक्रोसॉफ्ट टीम्स और स्लैक जैसी सेवाओं के टक्कर दी जाएगी, जो यूजर्स को उनकी जरूरत के हिसाब से अलग-अलग सॉल्यूशंस एकसाथ देते हैं। साल 2021 के आखिर तक इससे जुड़ी प्रतिक्रिया के आधार पर गूगल अपनी सेवाओं में बदलाव और सुधार कर सकती है।