
भारतीय भाषाओं में तर्क करेगा स्वदेशी AI मॉडल, जानिए कब तक होगा तैयार
क्या है खबर?
भारत एक स्वदेशी आधारभूत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल विकसित कर रहा है, जिसे विविध भारतीय डाटासेट पर प्रशिक्षित किया जाएगा।
सर्वम AI के संस्थापक विवेक राघवन ने कहा है कि इससे भारतीय भाषाओं में तर्क करने में सहायता मिलेगी।
15 फरवरी से अब तक प्राप्त 67 प्रस्तावों में से सर्वम पहला स्टार्टअप था, जिसे भारत सरकार ने पहला स्वदेशी आधारभूत सार्वभौम वृहद भाषा मॉडल्स (LLMs) विकसित करने के लिए चुना गया था।
सपोर्ट
सभी भाषाओं में कर सकेगा तर्क
सर्वम AI के संस्थापक विवेक राघवन ने मनीकंट्रोल को बताया, "हम वास्तव में भारतीय भाषाओं में तर्क का निर्माण कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "आप किसी भी भाषा में, किसी भी लिपि में सवाल पूछ सकते हैं, चाहे वह देवनागरी हो या रोमन लिपि हिंद और मॉडल जवाब देगा।"
राघवन ने खुलासा किया, "हम कुछ ऐसा बना रहे हैं, जो विभिन्न प्रकार के भारतीय डाटा का लाभ उठा रहा है। हम जो कर रहे हैं, उसका फोकस यही है।"
समयसीमा
कब दस्तक देगा यह मॉडल?
इस मॉडल का उद्देश्य भारतीय भाषाई और सांस्कृतिक संदर्भों में निहित रहते हुए वैश्विक अत्याधुनिक प्रणालियों के साथ प्रतिस्पर्धा करना है।
राघवन ने संकेत दिया कि "हमारा मॉडल 22 भारतीय भाषाओं को समझने और तर्क करने में सक्षम होगा, जिसमें न केवल प्रमुख लिपियां बल्कि, क्षेत्रीय विविधताएं भी शामिल होंगी।"
इस मॉडल के आने की समयसीमा के बारे में पूछे जाने पर राघवन ने कहा, "इसमें 6 महीने लग सकते हैं। यह हमारा आंतरिक लक्ष्य है।"