सिक्योर एलिमेंट (SE) को एंड्रॉयड डिवाइसेज का हिस्सा बनाएगी गूगल, ये हैं फायदे
गूगल ने नए एंड्रॉयड हार्डवेयर को पहले से सुरक्षित बनाने के लिए एंड्रॉयड रेडी SE अलायंस सेटअप किया है। नया बदलाव सिक्योर एलिमेंट (SE) की ओर गूगल के पुश को दिखाता है और पिक्सल फोन्स में यह टाइटन M चिप के साथ उपलब्ध है। गूगल को उम्मीद है कि SEs के साथ डिजिटल पासपोर्ट्स और आइडेंटिटी कार्ड्स जैसे फीचर्स एंड्रॉयड डिवाइसेज में यूजर्स को दिए जा सकेंगे। इसके साथ डिजिटल का कीज का विकल्प भी डिवाइसेज के साथ मिलेगा।
क्या है सिक्योर एलिमेंट (SE) का मतलब?
सिक्योर एलिमेंट (SE) एक चिप होता है, जिसे चुनिंदा ऐप्लिकेशंस और फीचर्स ही इस्तेमाल कर सकते हैं। इस तरह यूजर्स का क्रिप्टोजेनिक और गोपनीय डाटा पूरी तरह सुरक्षित रहता है। यह चिप ढेरों डिवाइसेज में मिलता है और अब इसे एंड्रॉयड डिवाइसेज में लाया जाएगा।
पहले से ज्यादा सुरक्षित हो एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म
गूगल ने अपनी डिवेलपर साइट पर अलायंस की जानकारी दी। कंपनी ने लिखा, "इस अलायंस का मुख्य उद्देश्य एक जैसी, बेहतर और सुरक्षित सेवाएं एंड्रॉयड इकोसिस्टम में सभी यूजर्स को देना है। एंड्रॉयड रेडी SE ऐपलेट्स को ठीक से लागू करना एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म में बेहतर ट्रस्ट पैदा करेगा। एंड्रॉयड रेडी SE अपनाने वाले OEMs ऐसे डिवाइसेज तैयार कर पाएंगे, जो ज्यादा सुरक्षित हों और नई जिन्हें जरूरतों के हिसाब से रिमोट अपडेट्स मिल सकें।"
ओपेन सोर्स SE-कैपेबल चिप वाले डिवाइस
नए अलायंस का हिस्सा SE वेंडर्स और डिवाइस मैन्युफैक्चरर्स दोनों को बनाया गया है। इसका मकसद नई टेक्नोलॉजी का एडॉप्शन गूगल के एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म के लिए आसान और तेज बनाना है। पार्टनर्स SE-कैपेबल चिप्स के लिए ओपेन-सोर्स और रेडी-टू-यूज ऐपलेट्स तैयार करेंगे। अलायंस ने इसका पहला ऐपलेट स्ट्रॉन्गबॉक्स के साथ इंट्रोड्यूस किया है। गूगल ने बताया है कि स्ट्रॉन्गबॉक्स केवल फोन्स और टैबलेट्स ही नहीं, बल्कि वियरOS, एंड्रॉयड ऑटो इमबेडेड और एंड्रॉयड टीवी के लिए भी उपलब्ध है।
नया हार्डवेयर बनेगा डिवाइसेज का हिस्सा
गूगल ने बताया है कि यह कई ऐपलेट्स पर काम कर रही है और उनके साथ नए एंड्रॉयड फीचर्स जल्द रिलीज किए जाएंगे। इनमें मोबाइल ड्राइवर्स लाइसेंस और आइडेंटिटी क्रिडेंशियंस और डिजिटल कार कीज शामिल हो सकती हैं। कंपनी ने कहा, "ज्यादातर मॉडर्न फोन्स अब डिस्क्रीट टेंपर-रेसिस्टेंट हार्डवेयर के साथ आते हैं, जिसे सिक्योर एलिमेंट (SE) कहते हैं। सभी नए फीचर्स के काम करने के लिए टेंपर-रेसिस्टेंट हार्डवेयर की जरूरत होगी, जिससे यूजर्स डाटा की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।"