गूगल अनगिनत सेल्फी जनरेट करने वाले AI टूल पर कर रही काम, बचेगा समय और मेहनत
क्या है खबर?
इंस्टाग्राम पर अलग-अलग पोज और एक्शन वाली अपनी खुद की तस्वीरें खींचना जल्द ही बीते दिनों की बात हो सकती है। दरअसल, गूगल एक नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल विकसित कर रही है।
यह AI टूल यूजर की वास्तिक तस्वीर के आधार पर वास्तिव दिखने वाली सेल्फी बना सकता है। इससे फोटो खिंचाने के पीछे लगने वाली मेहनत और समय की बचत होगी और लोगों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड करने के लिए तस्वीरें भी मिल जाएंगी।
तस्वीर
तस्वीर खिंचाने की जरूरत होगी खत्म - रॉबर्ट वोंग
गूगल क्रिएटिव लैब के उपाध्यक्ष रॉबर्ट वोंग ने कहा कि यह तकनीक लोगों के लिए वास्तविक जीवन में खुद की तस्वीरें खिंचवाने और खींचने की जरूरत को समाप्त कर सकती है। तस्वीरों को खिंचाने में लोग कई बार थक भी जाते हैं।
उनके मुताबिक, AI टूल अनगिनत सेल्फी जनरेट करने में सक्षम है। इस सोशल मीडिया इंफ्लूएंशर्स पर भी बड़ा प्रभाव पड़ सकता है। दरअसल, कई इंफ्लूएंशर्स अपना दिन आकर्षक कपड़ों और ट्रेंडी रेस्टोरेंट की सेल्फी में बिता देते हैं।
गूगल
कला के विकास में सहायक होगा AI - जेम्स मनिका
गूगल रिसर्च की सीनियर उपाध्यक्ष जेम्स मनिका ने AI की तुलना कैमरे के अविष्कार से करते हुए कहा कि यह आने वाले वर्षों में मानव कला के विकास में सहायक होगा।
उन्होंने कहा कि जब फोटोग्राफी पहली बार आई तो कई लोग चिंतित थे कि ये कला के अंत का संकेत है। फोटोग्राफी को लैंडस्केप पेंटिंग और चित्रांकन जैसे काम के लिए खतरा माना गया। हालांकि, यह सच नहीं निकला और कलाकर कला के नए क्षेत्रों की तरफ बढ़ गए।
ड्रीमबूथ
क्या काम करता है ड्रीमबूथ टूल?
गूगल का ड्रीमबूथ 2022 में गूगल रिसर्च और बोस्टन यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित एक टेक्स्ट-टू-इमेज जनरेशन टूल है। इसमें तस्वीर फीड कर उसी तरह की कई अन्य तस्वीर बनाने के लिए इनपुट दे सकते हैं।
वोंग ने कहा कि उनकी टीम अनगिनत मात्रा में व्यक्तिगत कंटेंट जनरेट करने के लिए टेक्नोलॉजी में स्वयं की तस्वीरें फीड कर रही है।
ड्रीमबूथ क्रिएटर्स को उनके द्वारा तैयार किए गए कंटेंट की मात्रा बढ़ाने और इसे ऑनलाइन पोस्ट करने की अनुमति दे सकता है।
रियलिटी
अन्य कंपनियां नहीं बना पाती वास्तविक दिखने वाली सेल्फी
लेंसा AI सहित कुछ अन्य कंपनियां भी इसी तरह की इमेज-क्रिएटिंग सर्विस प्रदान करती हैं। लेंसा AI अलग-अलग ड्रेस में यूजर्स को सेल्फी बनाने के लिए स्टेबल डिफ्यूजन (एक तरह का टेक्स्ट-टू-इमेज मॉडल) का उपयोग करती है।
हालांकि, गूगल अपने स्वयं के सेल्फी-मैन्युफैक्चरिंग टूल पर काम करने वाली सबसे बड़ी कंपनी है। लेंसा AI सहित अन्य कंपनियां वास्तविक सेल्फी बनाने में गूगल के ड्रीमबूथ से अभी बहुत दूर हैं।