
रियलमी को बंद करना पड़ा यूजर का डाटा इकठ्ठा करने वाला फीचर, जानें पूरा मामला
क्या है खबर?
चाइनीज स्मार्टफोन ब्रांड रियलमी पर हाल ही में यूजर्स की इजाजत के बिना डाटा चोरी का आरोप लगा। इसको लेकर सोशल मीडिया पर रियलमी का विरोध भी हुआ और बात सरकार तक भी पहुंची।
इस मामले में सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने जांच का आदेश भी दिया था।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अब रियलमी ने यूजर्स की अनुमति के बिना उनका डाटा एकत्र करने वाले फीचर को बंद कर दिया है।
अपडेट
रियलमी ने जारी किया सॉफ्टवेयर अपडेट
रियलमी ने रियलमी 11 प्रो और रियलमी 11 प्रो+ के लिए एक नया सॉफ्टवेयर अपडेट जारी किया है। इस अपडेट के बाद यूजर्स का डाटा इकट्ठा करने वाला "एन्हांस्ड इंटेलिजेंट सर्विसेज" फीचर बंद हो जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, अपडेट चेंजलॉग में उल्लेख किया गया है कि एन्हांस्ड इंटेलिजेंट सर्विसेज डिफॉल्ट रूप से बंद है, यूजर्स इसे चालू या बंद कर सकते हैं। अब यह देखना है कि अन्य रियलमी फोन को कब और क्या अपडेट दिया जाएगा।
मामला
ऐसे करें चेक
यह मामला तब सामने आया जब ऋषि बाग्री नाम के एक यूजर ने ट्वीट किया कि रियलमी के स्मार्टफोन में एन्हांस्ड इंटेलिजेंट सर्विसेज नाम का एक फीचर है जो यूजर्स के कॉल लॉग, SMS और लोकेशन आदि डाटा की जानकारी को कैप्चर करता है। उन्होंने यह भी बताया कि यह डिफॉल्ट रूप से चालू है।
इस फीचर को सेटिंग्स > एडिशनल सेटिंग्स > सिस्टम सर्विसेज > एन्हांस्ड इंटेलिजेंट सर्विसेज पर जाकर चेक कर सकते हैं।
रियलमी
फोन कंपनियां और ऐप्स कई तरह का डाटा करते हैं एक्सेस
कई फोन निर्माता कंपनियां और ऐप्स यूजर्स की सहमति के बिना उनकी व्यक्तिगत जानकारी, लोकेशन आदि का एक्सेस अपने पास रखती हैं।
कई ऐप और फोन कंपनियां यूजर्स को बेहतर एक्सपीरियंस देने के नाम पर उनके कांटैक्ट में सेव नंबरों, मैसेज, गैलरी की फोटो, वीडियो आदि का एक्सेस भी रखती हैं। कुछ ऐप फोन के माइक्रोफोन का एक्सेस भी रखते हैं।
यूजर्स के डाटा की जानकारी उपलब्ध होना उनकी प्राइवेसी और सेफ्टी के लिए खतरा हो सकता है।
चोरी
सरकार ने दिया था जांच का आदेश
भारतीय स्मार्टफोन यूजर्स का डाटा चीनी सरकार और खुफिया विभाग तक भी पहुंच सकता है। रियलमी का डाटा किस सर्वर पर स्टोर किया जाता है, इस संबंध में फिलहाल कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
हालांकि, राजीव चंद्रशेखर ने इस मामले में ऋषि के ट्वीट का रिप्लाई करते हुए जांच का आदेश दिया था कि क्या रियलमी वास्तव में "एन्हांस्ड इंटेलिजेंट सर्विसेज" के लिए यूजर्स की लोकेशन सहित कई संवेदनशील डाटा कैप्चर करती है।