गूगल कर्मचारी एक-दूसरे के साथ शेयर करेंगे डेस्क, कई ऑफिस बंद करेगी कंपनी
दुनियाभर की कई टेक कंपनियों के साथ-साथ गूगल जैसी दिग्गज कंपनी में भी छंटनी का दौर जारी है। कंपनी कर्मचारियों की छंटनी के साथ-साथ कई अन्य खर्चों में भी कटौती कर रही है। एक रिपोर्ट में सामने आया है कि गूगल ने अपने कुछ विभागों के कर्मचारियों को अन्य साथियों के साथ डेस्क शेयर करने के लिए कहा है। कहा जा रहा है कि गूगल कई स्थानों पर अपने ऑफिस बंद करने की योजना बना रही है।
क्लाउड में निवेश जारी रखने के लिए लिया गया फैसला
CNBC की रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल ने अपने क्लाउड कर्मचारियों को अन्य सहयोगियों के साथ डेस्क स्पेस शेयर करने के लिए कहा है। कंपनी ने वाशिंगटन, न्यूयॉर्क शहर, किर्कलैंड, सैन फ्रांसिस्को, सिएटल, सनीवेल और कैलिफोर्निया में स्थित अपने ऑफिस के कर्मचारियों से डेस्क शेयर करने की बात कही है। कंपनी ने ये फैसला इसलिए लिया है, ताकि वह क्लाउड के विकास में निवेश करना जारी रख सके।
एक-एक दिन के अंतराल पर ऑफिस आएंगे कर्मचारी
एक इंटरनल मेल के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया कि अधिकांश गूगलर्स अब मैचिंग प्रॉसेस के जरिए दूसरे गूगलर्स के साथ डेस्क साझा करेंगे। नोट में कर्मचारियों को एक-एक दिन के अंतराल पर आने के लिए भी कहा गया है, जिससे की वो एक ही दिन एक साथ डेस्क पर न रहें। एक बार में एक ही कर्मचारी डेस्क पर बैठ पाएगा। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि कंपनी कुछ कार्यालयों को खाली करेगी।
गूगल ने दिया नए तरीके के दिया 'क्लाउड ऑफिस इवोल्यूशन' नाम
रिपोर्ट के अनुसार, गूगल का कहना है कि उसके काम करने के नए तरीके से कर्मचारी ऑफिस और वर्क फ्रॉम होम दोनों तरह से काम कर सकेंगे। काम करने के इस नए तरीके को गूगल ने 'क्लाउड ऑफिस इवोल्यूशन' या 'COLE' नाम दिया है। कंपनी का मानना है कि डेस्क शेयरिंग मॉडल से स्थान का अधिक से अधिक इस्तेमाल हो सकेगा और कर्मचारियों को ऑफिस और घर दोनों ही जगह से काम करने का विकल्प मिल पाएगा।
क्लाउड ऑफिस मॉडल सबसे बेहतर- गूगल
रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल के एक प्रवक्ता ने इस मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उसने कई हाइब्रिड वर्क मॉडल को अपनाया और सर्वे किया। सर्वे से पता चला कि क्लाउड ऑफिस मॉडल सबसे बेहतर है। इसमें जरूरत पड़ने पर कर्मचारी ऑफिस में उपलब्ध होते हैं और घर से भी काम कर सकते हैं। हाल ही में ट्विटर की तरफ से भी कई ऑफिस बंद कर कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा गया था।