AI के गॉडफादर जेफ्री हिंटन ने छोड़ी गूगल की नौकरी, जानिए वजह
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के गॉडफादर कहे जाने वाले जेफ्री हिंटन ने गूगल से इस्तीफा दे दिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हिंटन ने गूगल से इसलिए इस्तीफा दिया है ताकि उन्होंने जिस तकनीक को विकसित करने में मदद की, अब उसके खतरों के बारे में बात कर सकें। CNN को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि लगभग एक दशक तक AI के लिए गूगल के साथ काम करने के बाद अब उन्हें इस तकनीक को लेकर चिंता होने लगी है।
AI के क्षेत्र में हिंटन का योगदान
जेफ्री हिंटन ने अपने 2 छात्रों (इल्या सुतस्केवर और एलेक्स कृशेव्स्की) के साथ मिलकर न्यूरल नेटवर्क बनाया, जो हजारों तस्वीरों का विश्लेषण कर सकता था। हिंटन की कंपनी का अधिग्रहण करने के लिए गूगल ने लगभग 3,599 अरब रुपये खर्च किए। हिंटन की प्रणाली ने तेजी से शक्तिशाली तकनीकों का निर्माण किया, जिसमें ChatGPT और बार्ड जैसे चैटबॉट शामिल हैं। 2018 में हिंटन और उनके 2 सहयोगियों को तंत्रिका ट्यूरिंग अवार्ड मिला, जिसे कंप्यूटिंग का नोबेल पुरस्कार कहा जाता है।