गगनयान मिशन के लिए CE20 क्रोयोजेनिक इंजन पूरी तरह तैयार, ISRO ने दी जानकारी
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) इन दिनों गगनयान मिशन पर काम कर रहा है। आज (21 फरवरी) ISRO ने जानकारी दी है कि CE20 क्रोयोजेनिक इंजन गगनयान मिशन के लिए अब पूरी तरह से तैयार है और कई परीक्षणों के बाद इस इंजन को सेफ्टी सर्टिफिकेट भी मिल गया है। यह इंजन लॉन्च व्हीकल LVM3 का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस लॉन्च व्हीकल को विशेष तौर पर गगनयान मिशन के लिए ही बनाया गया है।
13 फरवरी को हुआ था अंतिम परीक्षण
ISRO ने बताया है कि CE20 क्रोयोजेनिक इंजन का अंतिम दौर का परीक्षण 13 फरवरी को पूरा हुआ था। ISRO ने अपने एक्स (ट्विटर) पोस्ट में लिखा, 'CE20 क्रोयोजेनिक इंजन अब गगनयान मिशन के लिए मानव-रेटेड है। कठोर परीक्षण से इंजन की क्षमता का पता चलता है। पहली मानव रहित उड़ान LVM3 G1 के लिए तैयार किए गए CE20 क्रायोजेनिक इंजन को कई परीक्षणों से होकर गुजरना पड़ा, जिसके बाद उसे सर्टिफिकेट मिल गया है।'
गगनयान मिशन का क्या है उद्देश्य?
गगनयान मिशन को 2025 में हेवी-लिफ्ट लॉन्चर LVM3 रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा। मिशन के उद्देश्य में 2-3 अंतरिक्ष यात्रियों की टीम को पृथ्वी से लगभग 400 किलोमीटर ऊपर लो अर्थ ऑर्बिट में ले जाना और वहां 3 दिन का समय बिताने के बाद उन्हें सुरक्षित तरीके से पृथ्वी पर वापस लाना शामिल है। यह भारत का पहला ऐसा अंतरिक्ष मिशन होगा, जिसमें अंतरिक्ष यात्रियों को कुछ समय के लिए लो अर्थ ऑर्बिट में ले जाया जाएगा।