चंद्रमा पर लैंड कर सकता है जापान का बॉल जैसा यह रोबोट
जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) आज (19 जनवरी) चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास करेगी। मून स्नाइपर मिशन के तहत अंतरिक्ष एजेंसी का लैंडर रात 08:50 बजे चंद्रमा पर लैंड कर सकता है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो ट्रांसफॉर्मर का आविष्कार करने वाली कंपनी द्वारा डिजाइन किया गया एक रोबोट चंद्रमा की सतह पर घूमेगा। अमेरिका, चीन, पूर्व सोवियत संघ और भारत के साथ जापान चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला पांचवां देश बनने की कोशिश कर रहा है।
कैसा है चंद्रमा पर पहुंचने वाला रोबोट?
चंद्रमा की सतह पर आज SORA-Q रोबोट पहुंच सकता है, जिसे चंद्रमा की सतह पर चारों ओर घूमने में सक्षम बनाने के लिए डिजाइन किया गया है। प्रारंभिक गोलाकार रूप में इसका व्यास लगभग 8 सेंटीमीटर है, जो इसे बेसबॉल से थोड़ा बड़ा बनाता है। यह 2 LEV में से एक है, जिसे लैंडर तब बाहर निकालेगा जब वह जमीन से लगभग 2 मीटर ऊपर होगा। इस रोबोट को दोशीशा यूनिवर्सिटी, सोनी और JAXA की टीम ने मिलकर बनाया है।
अगले साल एक और मिशन लॉन्च करेगा जापान
चंद्रमा की जांच के लिए स्मार्ट लैंडर या SLIM को पिछले सितंबर में जापान के तनेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से अंतरिक्ष में लॉन्च किया गया था। लैंडर को चंद्रमा के मारे नेक्टेरिस के पास शिओली क्रेटर के बगल में ढलान वाली जमीन पर पहुंचना है। जापान 2025 में चंद्रमा के पानी के संभावित स्रोतों की ड्रिलिंग और नमूना लेने की उम्मीद में दक्षिणी ध्रुव पर एक रोवर भेजेगा। इस मिशन को जापान ISRO की मदद से पूरा करने का प्रयास करेगा।